लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
दीपक नारंग ,सोहन सिंह
संवाददाता
लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए प्रदेश सरकार ने अपनी गाइडलाइंस को जारी कर दिया है । प्रदेश सरकार ने ग्रीन और ऑरेंज जोन की कैटेगरी के साथ सभी जिलों को बांटा है । गौरतलब है कि प्रदेश के 7 जिले ग्रीन जोन में और 6 जिले ऑरेंज जोन में है। बागेश्वर ,चंपावत, चमोली ,रुद्रप्रयाग, हरिद्वार ,पिथौरागढ़ और टिहरी को ग्रीन जोन में रखा गया है । जबकि अल्मोड़ा, देहरादून ,नैनीताल, पौड़ी, उत्तरकाशी और उधम सिंह नगर को ऑरेंज जोन में रखा गया है। ग्रीन और ऑरेंज में इंटरस्टेट और जिले से जिले तक परिवहन सेवाओं को शुरू किया जाएगा। बसों में 50 फ़ीसदी सवारी के साथ परिवहन की सेवाएं शुरू होगी। बसों का संचालन कैसे होगा इसको लेकर परिवहन विभाग अपनी एसओपीजारी करेगा।
फिलहाल ग्रीन और ऑरेंज जोन में नाई की दुकान के साथ सैलून, पार्लर और रेस्टोरेंट को भी खोलने का आदेश हुआ है । लेकिन रेस्टोरेंट से केवल होम डिलीवरी की जाएगी । प्रदेश में सुबह 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक दुकानें खुलेगी। इसी तरह से सरकारी कार्यालय सुबह 10:00 बजे से 4:00 बजे तक चलेंगे ।शाम 4:00 बजे से सुबह 7:00 बजे तक फिलहाल प्रदेश में लॉक डाउन लागू रहेगा।
नगर निगम क्षेत्र में चार पहिया वाहन का संचालन ऑड इवन के फार्मूले से किया जाएगा। निजी दोपहिया वाहनों में चालक के साथ तीन लोगों को बैठने की इजाजत होगी। फिलहाल कोरोनावायरस के मरीजों की तादाद को देखते हुए कुछ क्षेत्रों में पाबंदियां बढ़ भी सकती है और कुछ क्षेत्रों में पाबंदियों को कम भी किया जा सकता है ।
लगातार सरकार आम लोगों से अपील कर रही है कि वे बेवजह अपने घरों से बाहर ना निकलें और लॉक डाउन के नियमों का पालन करें । आपको बता दें कि प्रदेश में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या 96 हो गई है ।जबकि गैर आधिकारिक पुष्टि के बिना यह संख्या 100 पहुंच रही है ऐसे में राज्य सरकार के सामने चुनौतियां बढ़ रही है अभी तक पूरे प्रदेश में कोरोनावायरस के 52 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं । जबकि 44 मरीजों का प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है । वही प्रदेश में लगातार आने वाले प्रवासी लोगों का सिलसिला चल रहा है।
अब तक पूरे प्रदेश में तकरीबन 2 लाख 23 हजार लोगों ने प्रदेश में आने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। जबकि करीब 1 लाख प्रवासी लोग उत्तराखंड वापस आ चुके हैं ।सरकार का कहना है कि प्रवासी लोगों के लिए रोजगार के भी साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।आने वाले दिनों में सरकार कई और बड़े कदम उठा सकती हैं।