कोरोनावायरस के एकलव्य बनें चमोली के शिक्षक संतोष बिष्ट
कोरोनावायरस के एकलव्य बनें चमोली के शिक्षक संतोष बिष्ट
सोहन सिंह
चमोली
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की जागरूकता के लिए शिक्षक संतोष बिष्ट दीवारों पर पेंटिंग बना रहे हैं। संतोष बिष्ट एकलव्य की तरह कोरोना की जागरूकता के लिए लेकर काम कर रहे हैं। जिससे लोग वैश्विक महामारी से बस सकें।
कहते हैं एक शिक्षक की जिंदगी उस मोमबत्ती की तरह से होती है जो दूसरों को प्रकाश देने में खुद मिट जाती है। आज संतोष बिष्ट इस बात को चरितार्थ किया है।
कि एक शिक्षक की भूमिका सिर्फ ब्लैक बोर्ड के आसपास तक सीमित नहीं है। ज्ञान का प्रकाश कहीं भी और किसी भी रूप में दिया जा सकता है।
आज कोरोनावायरस वैश्विक महामारी की जानकारी का अलख जगाने के लिए संतोष बिष्ट जगह-जगह दीवारों पर पेंटिंग कर रहे हैं। कोरोनावायरस की क्रूर व भयावह तस्वीर को बनाकर लोगों को जागरूक कर रहें हैं । चमोली जिले के देवाल विकासखंड के कई गांव में संतोष बिष्ट ने वॉल पेंटिंग बनाई। जिसमें कैल गांव ल्वाणी, खेता मोटर मार्ग पर भी वॉल पेंटिंग कर रहे हैं ।
इस अभियान को व्यापक रूप देने के लिए सहयोगी शिक्षक जीवन मिश्रा भी सामने आए हैं। जिनकी मदद से संतोष बिष्ट अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी ,जिला सचिव भारत स्काउट गाइड मानवेंद्र सिंह रावत लगातार अध्यापक संतोष बिष्ट की हर संभव मदद कर रहे हैं। उनकी हौसला अफजाई भी कर रहे हैं। फिलहाल जिस तरह से प्रदेश में कोरोनावायरस के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। ऐसे में लोगों की जागरूकता और सोशल डिस्टेंसिंग का नियम कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में कारगर कदम बन सकता है।