कुंभ मेले को निर्धारित वक्त पर ही संपन्न कराने को लेकर बनी आम सहमति
कुंभ मेले को निर्धारित वक्त पर ही संपन्न कराने को लेकर बनी आम सहमति
ब्यूरो रिपोर्ट
2021 में होने वाले कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कई अखाड़ा परिषद के साधु संतों के साथ में बैठक की। कुंभ मेले की तैयारियों के मसले पर चर्चा की गई। 2021 में होने वाले कुंभ को निर्धारित वक्त पर होने को लेकर आम सहमति बनी है ।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की गई । खासतौर से कुंभ मेले का स्वरूप कैसे होगा। किस तरह की तैयारियां की जाएंगी । कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सरकार हर एंगल से मेले की तैयारी को लेकर प्लान तैयार कर रही है। खास बात है कि कुंभ मेले में करोड़ों की तादात में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं । तकरीबन 4 महीने तक मेले का आयोजन किया जाता है। जिसको लेकर कुंभ मेला क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास घाटों का निर्माण पार्किंग व्यवस्था होती हैं शासन प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों को दूर करने जैसे मसलों पर सरकार विचार मंथन रही हैं
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व अखाङा परिषद के संत महात्माओ ने सीएम आवास में आयोजित बैठक में महाकुम्भ मेला 2021 के संबंध में विचार विमर्श किया। अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरीगिरी महाराज ने बताया कि उनकी सभी अखाङो के संतों के साथ चर्चा हुई है। सभी ने इस बात पर सहमति दी है कि ज्योतिष गणना के अनुसार महाकुम्भ मेले का आयोजन निर्धारित समय पर ही हो।
इसका स्वरूप क्या होगा, किस स्तर तक होगा, इस पर सरकार द्वारा अगले वर्ष फरवरी माह में तत्कालीन परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाए। मुख्यमंत्री ने सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परम्पराओं का ध्यान रखते हुए अगले वर्ष कुम्भ मेले का आयोजन समय पर होगा। मगर आगामी फरवरी माह में उस समय की परिस्थितियों के अनुरूप संत महात्माओ के मार्ग दर्शन से मेले के स्वरूप के बारे में निर्धारित किया जाएगा। स्थाई प्रकृति के निर्माण कार्य चलते रहेंगे। बैठक में श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज, महंत महेशपुरी जी महाराज सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।