गढ़वाल राइफल्स के जवान सुरेंद्र सिंह नेगी हुए शहीद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी श्रद्धांजलि
गढ़वाल राइफल्स के जवान सुरेंद्र सिंह नेगी हुए शहीद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी श्रद्धांजलि
सोहन सिंह
संवादाता
साउथ एशिया 24 * 7 चमोली
आठवीं गढ़वाल राइफल्स के जवान सुरेंद्र सिंह नेगी पुंछ सेक्टर में शहीद हो गए । वे चमोली जिले के कर्णप्रयाग के रहने वाले थे । उनकी शहादत की खबर से क्षेत्र में शोक व्याप्त है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जम्मू कश्मीर में शहीद हुए जवान सुरेंद्र सिंह नेगी को शत-शत नमन किया है मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने शोक संदेश में ईश्वर से शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहां है सरकार हमेशा शहीद परिवार के साथ खड़ी है।
मानव विकास संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी सेना के जवान की शहादत पर नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी है। बताया जा रहा है कि जवान जब जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में शाम को पेट्रोलिंग कर रहे थे ।उस वक्त जवान सुरेंद्र सिंह नेगी के सीने में अचानक दर्द होने लगा । जिन्हें तत्काल सेना के अस्पताल में ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान वह शहीद हो गए।
फिलहाल सुरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर से परिजनों के साथ साथ क्षेत्र में शोक व्याप्त हो गया सभी उनकी खबर शहादत की खबर सुनकर बहुत व्यथित है । शहीद जवान सुरेंद्र सिंह नेगी के दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं । बताया जा रहा है कि उनके बच्चे देहरादून में रहते हैं ।फिलहाल सुरेंद्र सिंह नेगी चमोली जिले के कर्णप्रयाग इलाके के कंडारा के सुनील गांव के रहने वाले हैं।
2005 में उन्होंने गढ़वाल राइफल्स में गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। उनका पूरा परिवार सेना को समर्पित रहा है । उनके पिता गोविंद सिंह भी सेना से रिटायर हैं। और उनके बड़े भाई भी सेना से रिटायर हो चुके हैं। उनके भाई अभी भी गढ़वाल राइफल्स में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शहीद सेना के जवान सुरेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर लाया जा रहा है । जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनको अंतिम संस्कार किया जाएगा । फिलहाल सेना के जवान के शहीद होने पर सहादत की खबर से जनप्रतिनिधि क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधियों ने गहरा शोक जताया है। श्रद्धांजलि भी दी है
चमोली के डीएम स्वाति भदौरिया का कहना है शहीद जवान सुरेंद्र सिंह का प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा।
आज शाम तक शहीद जवान के पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है 24 जून को पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया जा सकता है