बाबा रामदेव को आयुर्वेद विभाग ने भेजा ,नोटिस हो सकती है कानूनी कार्रवाई

बाबा रामदेव को आयुर्वेद विभाग ने भेजा ,नोटिस हो सकती है कानूनी कार्रवाई
ब्यूरो रिपोर्ट
23 जून को बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि में कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया था । जिसको लेकर केंद्रीय आयुष विभाग में पतंजलि कंपनी को नोटिस भेजा जिसके संबंध में उत्तराखंड आयुर्वेद यूनानी सेवाएं उत्तराखंड ने बाबा रामदेव को नोटिस भेजा हैं। नोटिस में कहा गया है कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के पत्र टी 11012 /2020 में कहा गया है कि पतंजलि ( दिव्या फार्मेसी ) कोरोनावायरस की दवा बनाने का दावा किया है। इस संबंध में आयुर्वेद विभाग उत्तराखंड नोटिस भेज रहा है नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव की कंपनी के 12 जून 2022 को सांस लेने की प्रॉब्लम और इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के संबंध में साथ ही कई तरह के बुखार के उपचार के लिए दवा बनाने की अनुमति प्रदान की जाती है। जिसमें कोरोना के उपचार का कोई उल्लेख नहीं है । तथाकथित कोरोना किट के संबंध में लाइसेंसी अधिकारी द्वारा कोई अनुमोदन प्रदान नहीं किया गया है।
इस तरह से यह बताया गया कोरोनावायरस का कोई चित्र अंकित किया गया है। इस प्रकार कंपनी के द्वारा ड्रग मैजिक एक्ट 1954 तथा कॉस्मेटिक एक्ट 170 और 161 का उल्लंघन किया गया है । कंपनी द्वारा दिव्य कोरोनाकिट का तथाकथित भ्रमण प्रचार-प्रसार मीडिया में किया जा रहा है इस संबंध में औषधि की अनुमति क्यों ना निरस्त की जाए । भारत सरकार के पत्र में जो प्रश्न किए गए हैं उसे 1 सप्ताह के भीतर जवाब दिया जाए। साथ ही नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव को कोरोनावायरस के प्रचार-प्रसार की सामग्री हटा ली जाए। बिना अनुमति के किसी भी तरह से मीडिया में प्रसारण ना किया जाए अन्यथा आपके खिलाफ ड्रग का मैजिक रेमेडीज एक्ट 1954 के तहत उल्लंघन के मामले में आप के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व आपका होगा।
आपको बता दें कि बाबा रामदेव की दिव्य फार्मेसी