रिहायशी इलाके में तेंदुए के दिखने से दहशत में आए इलाके के लोग

रिहायशी इलाके में तेंदुए के दिखने से दहशत में आए इलाके के लोग
यशस्विनी शर्मा
चंडीगढ़ के सेक्टर नंबर 5 में तेंदुए के दिखने से इलाके में हड़कंप मच गया । आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने तेंदुए की सूचना फॉरेस्ट और व वन्य जीव अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी । दरअसल काफी देर तक रिहायशी इलाके में तेंदुए की रहने की बात सामने आई ।मौके पर पहुंचे फॉरेस्ट और वाइल्डलाइफ के अधिकारियों ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया पिंजरे में बंद करके रेस्क्यू की टीम तेंदुए को लेकर चली गई ।दरअसल बताया जा रहा है कि शिवालिक की पहाड़ियों से तेंदुआ भटकता हुआ रिहायशी इलाके में घुस आया था मगर बिना किसी को नुकसान पहुंचाने के पहले अधिकारियों ने सूझबूझ दिखाते हुए तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया।
वाइल्ड लाइफ फॉरेस्ट के अधिकारी लगातार तेंदुए के आने के घटना की जांच कर रहे हैं जिससे दोबारा तेंदुए को रिहायशी इलाके में आने से रोका जा सकें
खास बात है कि तेंदुआ रिहायशी इलाके में घुस आया था इससे इंसान के साथ किसी जानवर पर भी हमला कर सकता था। मगर जिस तरह से अधिकारियों ने सूझबूझ दिखाई इससे लोगों ने राहत की सांस ली और तेंदुए को रेस्क्यू की टीम लेकर चली गई।
देश के कई राज्यों के रिहायशी इलाके में तेंदुए के आने के बढ़े मामले
रिहायशी इलाकों में तेंदुए की आने की घटनाएं देश के कई राज्यों में देखने को मिल रही है । उत्तराखंड में तेंदुए के रिहायशी इलाकों में आने के आए दिन घटनाएं देखने को मिलती है । देहरादून, हरिद्वार टिहरी ,पौड़ी जैसे शहरों में रिहायशी इलाकों में तेंदुए की आने की घटनाएं देखने को मिलती हैं । तेंदुए के हमले में इंसान के साथ जानवर भी घायल होते हैं । तेंदुआ उन्हें अपना शिकार बना लेता है उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र ,चंडीगढ़ के साथ कई अन्य शहरों में भी इस तरह की घटनाएं मिल रही है वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि लगातार जंगलों में इंसानों की दखल बढ़ रही है । भोजन की तलाश में तेंदुए रिहायशी इलाकों में आ रहे हैं ।वाइल्ड लाइफ संस्थान के वैज्ञानिक भी मानते हैं कि जंगलों में छोटे जानवरों की भी संख्या घटी है जिसकी वजह से तेंदुए अपने शिकार की तलाश में रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे है और देश में इंसानों और वन्यजीवों के बीच में संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ी है।