शिक्षक संतू दास ने पेश की इमानदारी की मिसाल लौटाई पर्स

शिक्षक संतू दास ने पेश की इमानदारी की मिसाल लौटाई पर्स
सोहन सिंह संवादाता
साउथ सेक्टर 24 * 7
कहते है इमानदारी इंसान को महान बनाती है और हमें बचपन से ईमानदारी का पाठ भी पढ़ाया जाता है हम अपने जीवन में उस पाठ को कितना चरितार्थ करते हैं इसको देखा जा सकता है। समाजसेवी शिक्षक संतू दास ने साबित किया है संतु दास दुगड्डा और कोटद्वार के बीच 5 मील के नजदीक सड़क के किनारे एक पर्स मिला ।
जिसमें कुछ कागजात थे कुछ गाड़ियों के नंबर थे साथ. जिसमें ₹6300, 5 एटीएम कार्ड, आधार पैन कार्ड सहित कई जरूरी बिल भी थे। जिसको लेकर वह थाना कोटद्वार जा रहे थे लेकिन उसके पहले उन्होंने पर्स में लिखे कुछ और मोबाइल नंबर से संपर्क किया। मोबाइल नंबर से संपर्क होने पर रोहित सिंह रावत ग्राम अमरेला लैंसडाउन का मोबाइल नंबर मिला। उनसे संपर्क करने पर पता चला कि गुजरात में नौकरी कर रहे रोहित कोटद्वार के लिए निकले थे।
रास्ते में उनकी जेब से कहीं पर से गिर गया फिर शिक्षक संतू दास ने फोन नंबर के जरिए संपर्क करके रोहित सिंह को वापस किया जिसमें ₹6300 थे।
वही रोहित सिंह ने शिक्षक संतू दास का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और अपने जरूरी कागजात और पैसे वापस लेकर वापस चले गए ।
आपको बता दें कि संतुज़दास सहायक अध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय पौड़ी में कार्यरत है वह अलपथरिया खाल पौड़ी जिले के निवासी है संतु दास ने साउथ एशिया 24 * 7 को बताया के इंसान को अपने जीवन में हर मोर्चे पर ईमानदारी का दृष्टिकोण रखना चाहिए चाहे वह घर हो या कार्यस्थल हो या परिवार हो इससे उसके संबंध और मजबूत होते हैं। आज के आधुनिक जमाने में जिस तरह से ईमानदारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं ऐसे में शिक्षक संतूदास ने ईमानदारी को मजबूती मिले पाठ सिखाया है। जो प्रेरणादायक है साउथ एशिया 24 * 7 उनके इस कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त करता है ।