नौकरशाह हुए बेलगाम, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक हुए नाराज , मंत्री ने छोड़ी मीटिंग

नौकरशाह हुए बेलगाम, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक हुए नाराज , मंत्री ने छोड़ी मीटिंग
ब्यूरो रिपोर्ट
किच्छा विधायक राजेश शुक्ला पर डीएम उधम सिंह नगर नीरज खैरवाल की टिप्पणी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था ।आज सचिवालय में बेलगाम नौकरशाहों की वजह से शहरी विकास मंत्री नाराज हो गये। दरअसल सचिवालय में हरिद्वार कुंभ मेले के कार्यों की प्रगति को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी जिसमें पीडब्ल्यूडी, शहरी विकास ,वित्त और कई विभागों के अधिकारियों को शामिल होना था। मगर मौके पर कुछ चुनिंदा अधिकारी ही पहुंचे। जिस पर मदन कौशिक शहरी विकास मंत्री नाराज हो गए और उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली
शहरी विकास मंत्री का कहना है कि इस तरह से क्या किसी भी कार्य की समीक्षा हो सकती है ।जब संबंधित विभाग के सचिव और अधिकारी ही नहीं आएंगे तो कार्यों की समीक्षा कैसी होगी । फोन पर ही मुख्य सचिव और अधिकारियों को उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुना दी यहां तक कह दिया कि अब मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ही मीटिंग करें हमें मीटिंग करने की कोई जरूरत नहीं है । दरअसल अभी 3 दिन पहले शहरी विकास मंत्री उधम सिंह नगर में अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रही थी जिसमें किच्छा विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद थे ।लेकिन उधमसिंहनगर के डीएम नीरज खैरवाल ने विधायक राजेश शुक्ला के पूछे गए सवाल पर यह कह दिया कि आपकी याददाश्त कमजोर है जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ और मीटिंग को छोड़ करके ही बाहर चले जाए।
फिलहाल जैसे तैसे मामले को शांत कराया गया लेकिन इस पूरे मामले को लेकर देहरादून में भी जमकर बवाल मचा था और सियासी बवाल के बीच कांग्रेस भी चुटकी ली। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने यहां तक कह दिया की सरकार अधिकारियों पर लगाम लगाने में नाकाम है। हालात ऐसे हैं कि बार-बार अधिकारियों की शिकायत हो रही है । मगर अधिकारी बाज नहीं आ रहे है किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल को एक चिट्ठी लिखी है और उन्होंने विशेषाधिकार हनन की बात कही है । विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल का कहना है कि उन्हें पत्र प्राप्त हो गया है इस बारे में दोनों पक्षों की राय ली जाएगी और इसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी ।फिलहाल जिस तरह से आज शहरी विकास मदन कौशिक के साथ यह पूरा मामला हुआ है। एक बार फिर सियासी हलके में हलचल मची हुई है । कि आखिर वाकई क्या अधिकारी बेलगाम हो गए हैं ?