नृत्यांगना इंस्टिट्यूट से मनाया गया स्थापना दिवस ऑनलाइन के जरिए डांसर ने किए पार्टिसिपेट

नृत्यांगना इंस्टिट्यूट से मनाया गया स्थापना दिवस ऑनलाइन के जरिए डांसर ने किए पार्टिसिपेट
संध्या कौशल साउथ एशिया 24 * 7
देहरादून
राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा रोड पर नृत्यांगना इंस्टिट्यूट ऑफ परफर्मीकि आर्ट्स के कार्यक्रम का आयोजन किया । जिसमें कई प्रतिभागियों ने ऑनलाइन के जरिए हिस्सा लिया। स्थापना दिवस को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।सभी प्रतिभागियों ने ऑनलाइन के जरिए अपनी प्रस्तुति दी। संस्था ने कथक नृत्य को प्रतिभागियों को बहुत ही शिद्दत के साथ कई तरह के हुनर सिखाए हैं।
संस्थान के संचालक गुरु इला पंत यादव का कहना है कि नृत्य एक ऐसी कला है जो निखारने से ही और प्रभावशाली बनती है जितना ही इसमें अभ्यास किया जाता है। उतनी ही यह कला और प्रभावशाली बनती जाती है। नृत्य ना केवल एक कला है बल्कि यह मनो कला भी है अर्थात एक इंसान अपने मन मस्तिष्क से भी इस कला को सीखता है जो जितनी प्रैक्टिस करता है ।उतनी ही कला में निखार आता है।
कला प्रभावशाली बनती जाती है फिलहाल इला पंत यादव का कहना है कि प्रतिभा लगातार अभ्यास करने से प्रखर बनती है। उनका कहना है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण काल चल रहा है ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग को भी रखा का ख्याल रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
क्योंकि जितने प्रतिभागी हैं संक्रमण की वजह से उनको एक मंच पर नहीं लाया जा सकता हैं लेकिन जिस तरह से स्थापना दिवस के मौके पर ऑनलाइन के जरिए उन्होंने अपनी कलाओं का प्रस्तुतीकरण किया है यह बहुत ही प्रशंसनीय है।
उनका कहना है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण चल रहा है ऐसे में केवल 50 फ़ीसदी ही प्रतिभाशाली कलाकार जुड़ सकें। उन्होंने स्थापना दिवस को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ ऑनलाइन के जरिए बनाया है।
संस्थान के संचालक और दूसरे सदस्यों ने भी स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी है ।आयोजकों में रितिका चन्दोला, पीकू ,पूंजी, वैभवी, आराध्या ,शानवी आदित्य अंशिका के साथ कई कलाकारों ने हिस्सा लिया। अपनी प्रस्तुति दी।
आपको बता दें कि इला पंत यादव ने मशहूर अदाकार सिनेस्टार ऐश्वर्या राय के साथ में भी देवदास में डांस किया है और इला पंत उत्तराखंड की एक मशहूर नृत्य कलाकार है जो लगातार छात्र-छात्राओं की कलाओं का निखारने का काम कर रही है ।