मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल होंगे, राष्ट्रपति ने गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा किया मंजूर

मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के होंगे नए उपराज्यपाल ,गिरीश चंद्र मुुर्म का राष्ट्रपति ने मंजूर किया इस्तीफा
अर्जुन कुमार सिंह
संवाददाता साउथ एशिया 24*7
मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल होंगे राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद ने उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुरमू का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। मनोज सिन्हा को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद कई तरह के सुधार कार्य किए जा रहे हैं । जिसके मद्देनजर मनोज सिन्हा को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल होंगे। राष्ट्रपति भवन से आधिकारिक पुष्टि हो गई है । डीडी न्यूज के मुताबिक राष्ट्रपति भवन से मनोज सिन्हा को उपराज्यपाल बनाए जाने का आदेश जारी किया गया है।
खास बात है कि जम्मू कश्मीर में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर कई तरह के सुधार कार्य चल रहा है। जिसके मद्देनजर मनोज सिन्हा की तैनाती काफी अहम मानी जा रही है। आपको बता दें कि मनोज सिन्हा पूर्व रेल राज्य मंत्री व संचार मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
मभारतीय जनता पार्टी के वे सदस्य हैं गाजीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी बनारस विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की। बनारस विश्वविद्यालय के छात्र राजनीति से उनका काफी गहरा लगाव रहा है। आपको बता दें कि मनोज सिन्हा 1989 से 1996 तक राष्ट्रीय परिषद के वे सदस्य थे। 1996,1999 ,2014 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे।
बताया जाता है कि 13 वीं लोकसभा में उपस्थिति बेहतरीन रही है। मनोज सिन्हा का जन्म 1 जुलाई 1959 को मोहनपुरा गाजीपुर में हुआ है। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बनारस विश्वविद्यालय से बीटेक और एमटेक डिग्री हासिल की। लगातार में आईआईटी के क्षेत्र में काम करते रहेें।
मनोज सिन्हा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में भी राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया ।उन्हें रेलवे के राज्यमंत्री के तौर पर काम भी किया । मनोज उत्तर प्रदेश से संसद के सदस्य हैं 1982 में उन्होंने आईआईटी बनारस विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में एमटेक किया था । इतना ही नहीं बनारस विश्वविद्यालय के छात्र संघ में वह अध्यक्ष के पद पर भी चुनाव जीते । लगातार छात्र राजनीति से लेकर देश और प्रदेश की सियासत में सक्रिय रहें।
1989 से 1996 के बीच में राष्ट्रीय परिषद के भी सदस्य थे ।1999 से 2000 के बीच हुए योजना तथा वास्तु शिल्प विद्या पीठ के महापरिषद के भी सदस्य रहें एक बार फिर उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मनोज सिन्हा का विवाह 1 मई 1977 को सुलतानगंज भागलपुर की नीलिमा सिन्हा से हुआ ।उनकी एक बेटी है जिनकी शादी हो चुकी है और एक बेटा जो एक निजी कंपनी में काम करता है। फिलहाल स्वच्छ छवि के मनोज सिन्हा माने जाते हैं और उन्होंने अपने सभी दायित्वों का निर्वहन बड़ी गंभीरता और संजीदगी के साथ में किया है फिलहाल मनोज सिन्हा को एक बार फिर से केंद्र सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए जम्मू कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया है।