अनुच्छेद 370 इतिहास के पन्नों में सिमटा 1 साल में जम्मू कश्मीर की बदली तस्वीर

अनुच्छेद 370 इतिहास के पन्नों में सिमटा 1 साल में जम्मू कश्मीर की बदली तस्वीर
बृजेश पांडे
लेखक
पिछले साल 5 अगस्त को भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा मे अनुच्छेद-370,अनुच्छेद-35Aओर जम्मू -कश्मीर और लद्दाख केन्द्रशासित प्रदेश बिल को पास करवाया । 6 अगस्त को लोकसभा में कानून पास हो गया। 9 अगस्त को राष्ट्रपति ने इस बिल पर हस्ताक्षर किया इसी के साथ अनुच्छेद-370 ओर 35A समाप्त हो गया।
मोदी सरकार ने इसके एक वर्ष होने पर सुरक्षा के लिहाज से जुम्म-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती अधिक की गई । कुछ इलाकों में धारा 144 को लगाया गया।
अनुच्छेद-370 के तहत पहले जुम्म-कश्मीर को अपना अलग संविधान,अपना ध्वज, दोहरी नागरिकता,विधानसभा का कार्यकाल 6 साल, प्रदेश में पहले दूसरे राज्यों के लोग जमीनें नही खरीद सकते थे। साथ ही सरकारी नौकरी पाने व संस्थानों में प्रवेश लेने का अधिकार अभी तक नहीं था। ऐसे प्रावधान अब समाप्त हो गये । संविधान के अनुसार पूरे भारत मे एक ही कानून व्यवस्था बन गयी है।
बीते 2 दशकों में जुम्म-कश्मीर का माहौल आतंकी गतिविधि में ज्यादा केन्द्रित रहा है। अनुच्छेद-370 की समाप्ति के बाद से ही केंद्र की शक्तियों मे परिवर्तन आया है। केंद्र द्वारा शांति बहाल करने के लिये सुरक्षबलों के माध्यम से सर्च ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को ढेर किया है
अनुच्छेद-370 की समाप्ति से पहले अनेक जनप्रतिनिधियों को नजरबंद करने के साथ भड़काऊ भाषण देने वाले यासीन मलिक जैसे कईयों को पाबंदी लगा दी गई। फिलहाल 1 साल में तस्वीर काफी बदल गई है और जम्मू-कश्मीर में लगातार शांति बहाली चल रही है जिसके तहत जनप्रतिनिधियों से पाबंदी अभी हटा ली गई है। अब जम्मू कश्मीर की हसीन वादियों में अमन शांति और चैन नजर आ रहा है
मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर में नये रोजगार, शिक्षा , स्वास्थ्य बुनियादी विकास व आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई । युवाओंं को स्वरोजगार सरकारी नौकरी उच्च शिक्षा का माहौल मिले इस दिशा में कारगर कदम उठा रही है। फिर हाल जम्मू् कश्मीर केंद्र शासित राज्य के तौर पर दिनोंदिन बुलंदियों की नई इबारत को लिख रहा है । हसीन वादियों में शांति अमन और बरकरार हो रही है इसी विकास की इबादत के लिए जम्मू कश्मीर में नए युग की शुरुआत हुई है । उम्मीद है आने वाले दिनों में कश्मीर अपनी खूबसूरती और विकास का नया आयाम स्थापित करेगा ।
नोट लेखक के अपने निजी विचार है