आजादी के 70 साल बाद भी सोराल गांव में नहीं पहुंची सड़क, दूसरी पीढ़ी के लोग सड़क निर्माण की रहे हैं मांग

आजादी के 70 साल बाद भी सोराल गांव में नहीं पहुंची सड़क, दूसरी पीढ़ी के लोग सड़क निर्माण की रहे हैं मांग
सोहन सिंह
संवादाता साउथ एशिया 24*7
आजादी के 70 साल के बाद भी उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के सोराल गांव में अभी तक सड़क नहीं पहुंच पाई है । 70 सालों से ग्रामीणवासी सड़क पहुंचने का इंतजार कर रहे है । दूसरी पीढ़ी के लोगों की उम्र भी सड़क के पहुंचने के इंतजार में गुजर रही है ।
दरअसल सोराल गांव उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में है जो नैसर्गिक खूबसूरती से आच्छादित हैं । कार्बेटपार्क रामनगर से सटा हुआ यह इलाका है मगर दुर्भाग्य की बात यह है कि गांव में मूलभूत समस्याएं ज्यों की त्यों बरकरार है ।
बुनियादी विकास के नाम पर यहां अभी तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों को सड़क से गांव जाने के लिए 7 किलोमीटर आज भी पैदल चलना पड़ता है। तकरीबन 15 सौ परिवारों से जुड़ा हुआ यह मार्ग आज भी पूरी तरह से सड़क विहीन है ।
स्थानीय लोग कई बार मुख्यमंत्री को भी पत्र भेज चुके हैं शासन और प्रशासन से भी सड़क निर्माण की गुहार लगा चुके हैं यहां तक स्थानीय विधायक व जनप्रतिनिधियों से भी मांग करते आ रहे हैं । मगर हैरत की बात है कि आज भी 70 साल के बाद सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है ।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में इमरजेंसी के वक्त 108 के वाहन भी नहीं पहुंच सकते हैं और पैदल ही सड़क मार्ग तक आना पड़ता है । ऐसे में फिर गांव की सड़क का निर्माण कब होगा सोराल गांव तक सड़क की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों से कई बार स्थानीय लोग मुलाकात भी कर चुके हैं।
मगर अभी तक उनकी मांगों के बारे में ठोस आश्वासन नहीं मिला है ग्रामीणवासियों ने 27 जुलाई को एक अहम बैठक की थी जिसमें एक प्रस्ताव पास किया था इस सड़क का निर्माण किया जाए इसको लेकर के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने आम सहमति भी जताई थी। प्रदेश सरकार को भी पत्र भेजने की बात हुई थी।
स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है मरीजों को भी कई तरह की दिक्कतें हो रही है ।
फिलहाल हीरा सिंह नेगी साउथ एशिया 24 * 7 ट्विटर के जरिए संपर्क किया और उन्होंने अपनी पूरी दास्तान बताई हीरा सिंह नेगी का कहना है कि वह चाहते हैं कि उनकी बात सरकार तक पहुंच जाए और उनकी मांग को पूरा किया जाए । प्रेम सिंह , हेमा देवी ,रविंद्र सिंह, दिनेश सिंह ,विजय सिंह, मोहनी देवी, हरि सिंह , शांति देवी नरेंद्र सिंह, विनोद सिंह आदि सभी ग्रामीण सरकार से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं।