सब्जियों के दामों में आया उछाल ,रसोई का बिगड़ा बजट
सब्जियों के दामों में आया उछाल ,रसोई का बिगड़ा बजट
लता रानी जालंधर
कोरोना संक्रमण के दौरान लगातार सब्जियों के दामों में उछाल देखा जा रहा है। जालंधर के साथ आसपास के शहरों में सब्जियों के दामों में एक बार फिर से उछाल आया है। दरअसल कोरोनावायरस दौरान जहां सब्जी मंडियों में सप्लाई पूरी होने के बाद खरीदारी कम हो रही है उसका असर फुटकर विक्रेताओं पर भी देखने को मिल रहा है।
1 सितम्बर से केंद्र सरकार लॉकडाउन में कई सारी रियायतें देने जा रही है। लेकिन जलंधर में सब्जियों के दाम को लेकर लोगों को कोई भी राहत मिलती हुई नज़र नहीं आ रही है।सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते हुए नज़र आ रहे हैं । सब्जियों के दाम में अचानक उछाल आ गया है । जिसकी वजह सेे सब्जीमंडी में, फुुटकर दुकानों पर खरीददार कम नज़र आ रहे हैं ।
दुरसरी तरफ सब्जियों की कम बिक्री होने के कारण दुकानदारों की आमदनी घट गई है। खाने की थालियों से टमाटर धनिया और प्याज गायब से हो गये है। सब्जियों में लगने वाला प्याज़ का तड़का अब सिर्फ नाम का ही रह गया है। कहा जा रहा है कि सब्जी की मार्केट में बिचौलिए हावी हैं। कोरोना के इस महामारी वाले समय में फूल गोभी का रेट 100 रूपए किलो पहुँच गया है। जबकि कुछ माह पहले गोभी 20 रूपए प्रतिकिलो बिक रही थी। टमाटर का दाम भी 60 से 70 रूपए प्रतिकिलो हो गया है। ऐसे में रसोई के बजट में बिगड़ गया है । इस समय कोई भी सब्जी ऐसी नहीं है । जिसका रेट 40 रूपए प्रति किलो से कम हो वहीँ मटर का रेट 130 रूपए प्रतिकिलो पहुँच गया है।
आलू की कीमत पिछले तीन सप्ताह से 40 रूपए किलो बनी हुई है. सब्जियों का नया रेेट क्लास की फैमिली पर सबसे ज्यादा असर डाल रही है। दुकानदारों का कहना है आने वाले दिनों में सब्जियों केे दामों गिरावट आ सकती है खरीदारों का कहना है कि बेतहाशा बढ़ रही सब्जियों की कीमत पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए।