21 सितंबर से स्कूल खोलने की तैयारी तेज, आओ स्कूल चलें

21 सितंबर से स्कूल खोलने की तैयारी तेज, आओ स्कूल चलें
नीतीश कुमार भागलपुर
देश के साथ बिहार में भी स्कूल खोलने की तैयारी तेज हो गई है । प्रदेश सरकार स्कूल खोलने के गाइडलाइंस के मुताबिक तैयारी यूपी सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मानक के मुताबिक स्कूल को खोला जाए ।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्कूल खोलने को लेकर कुछ दिन पहले दिशानिर्देश जारी किया था। इस दिशानिर्देश के तहत 9 वीं से 12वीं तक के बच्चे अपने माता-पिता से लिखित अनुमति लेकर स्कूल आ कर पढ़ाई कर सकते है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण स्कूल लंबे वक्त से बंद है और छात्र घर में रहने को मजबूर है अनेक स्कूल कॉलेज के छात्र और विशेषकर जो प्रैक्टिकल या लैब पर आधारित कोर्स के छात्र है , उनसबों में एक बार फिर केंद्र द्वारा जारी निर्देश के बाद स्कूल जाकर पढ़ाई करने के आसार जगे है।
स्कूल खुलने के बाद बच्चों को कई तरह की पाबंदियों का भी सामना करना पड़ेगा, जैसे- ग्रप में नहीं रह सकते, एक साथ कई लोग खेल नहीं खेल सकते, 6 फिट सोशल डिस्टेंसिंग और सफाई का ध्यान रखना पड़ेगा. इसके साथ ही बच्चों को मास्क भी पहनना पड़ेगा, तथा हाथ को लगातार धोने और सेनेटाइज करने पर भी विशेष ध्यान देना होगा । स्कूल में स्टूडेंट्स पेन, पेंसिल, नोटबुक या कोई अन्य सामान दूसरे छात्र से शेयर नहीं कर सकेंगे। असेंबली,इवेंट या अन्य किसी भी प्रकार के आयोजनों की इजाजत भी नहीं है। परिसर में इधर-उधर थूकने पर पाबंदी है। सभी को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी गई है।
विद्यार्थियों के साथ साथ स्कूल प्रबंधन को भी स्कूल संचालन में पाबंदी का सामना करना पड़ेगा , प्रबंधन अधिकतम अपने 50 प्रतिशत टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को ऑनलाइन टीचिंग , टेलि-काउंसलिंग और इससे जुड़े दूसरे कामों के लिए बुला सकती हैं।
कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों में अभी शिक्षण संस्थानों की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आने का निर्देश मिला है अर्थात ऐसे सभी स्कूल जो कंटेनमेंट जोन में है वो नहीं खुलेंगे। कंटेनमेंट जोन में रहने वाले छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल में आने की अनुमति नहीं है।
अब अनेक राज्य स्कूल खोलने को लेकर तैयारी कर रही है जबकि अनेक राज्य ने कोरोना की भयावहता को देखते हुए अभी या तो अपना विचार सपष्ट नहीं कर रहीं है या तो स्कूल खोलने से मना कर दिया हैं।