सफलता का नहीं होता है कोई शॉर्टकट -मंजेश पांडे

सफलता का नहीं होता है कोई शॉर्टकट -मंजेश पांडे
ब्यूरो रिपोर्ट
कहते हैं कि जहां चाह है वही राह है ,छोटे से गांव के युवा कड़ी मेहनत करके आसमान छूने की ज़ज्बा रखकर आगे बढ़ रहे हैं। अपने हुनर के दम पर किसी भी क्षेत्र में जगह बना ही लेते हैं । मंजेश पांडे एक युवा कलाकार हैं।गिरधरपुर (मांडा) प्रयागराज के मंजेश पांडेय की, जो कि एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं आप जानते ही हैं कि मध्यम वर्गीय परिवार के लिए फ़िल्मी दुनिया को अलग ही नज़र से देखा जाता हैं और वही अगर फ़िल्मी दुनिया मे अपना कैरियर बनाने की बात हो तो मतलब कि सबसे पहले अपने ही परिवार से उलझना फिर उनको किसी तरह से मना कर तब कहीं आप मुंबई आकर अपने लक्ष्य के लिये मेहनत करते हैं फिर उसमे ऑडिशन की लाइन मे लगना और ऑडिशन को ब्रेक करना, तब आप कही फ़िल्म के सेट पर पहुचते हैं।
उन्होंने बताया कि फिल्मों में अभिनय करने की बचपन से रुचि थी लेकिन कोई फ़िल्मी बैकग्राउंड होने के करण उन्हे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। फिलहाल उनकी पहली फ़िल्म उनको पढ़ाई के समय मे ही मिली। जिससे उनको हौसला मिला फिर वो मुंबई की ओर रुख किया आपको बता देें कि उनकी पहली फ़िल्म ग़ालिब है जो आतंकवादी अफ़जल गुरु के बेटे के ऊपर है जिसमें वो ग़ालिब के दोस्त के किरदार मे नज़र आएंगे । दूसरी फ़िल्म दीनदयाल एक युग पुरुष है जो कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित है।
उस फ़िल्म में ये दीनदयाल का साक्षात्कार करते हुए नजर आएंगे। दूरदर्शन चैनल के लिए एक धारावाहिक में भी अभिनय किया है। ये सभी फ़िल्म अप्रैल मे रिलीज होनी थी लेकिन आप जानते ही हैं करोना ने सब काम को प्रभावित किया हैं। फिर भी इस साल के अंत तक रिलीज होने का उम्मीद है । आज के समय से आप लोग परिचित हैं। लेकिन कहानी अब भी खतम नहीं होती लॉकडाउन मे इन्हे एक फ़िल्म मिली है । सरोजिनी जो कि सरोजिनी नायडू के जीवन दर्शन पर बन रही है ।बताते हैं कि सरोजिनी फ़िल्म में रोल पाना गर्व की बात है।
चूकिं धीरज मिश्रा के साथ फिल्म ग़ालिब और दीनदयाल एक युगपुरुष की थी । उसी काम को देखते हुए सरोजिनी फ़िल्म में एक रोल के लिए चुन लिए गये हैं। फिलहाल अभी वो रोल के बारे में ज्यादा नहीं बता सकते । लॉक डाउन के बाद एक वर्कशाप के लिए उन्हें बुलाया जाएगा।
इस फ़िल्म को धीरज मिश्रा और यशोमति देवी ने लिखा हैं। फ़िल्म सरोजिनी नायडू के जीवन पर आधारित हैं। फ़िल्म में रामायण की सीता यानी दीपिका चिखलिया सरोजिनी नायडु की भूमिका में हैं । निर्देशक आकाश नायक हैं । फ़िल्म की शूटिंग इलाहाबाद और मुंबई में लॉक डाउन के बाद होगी।
धीरज मिश्रा का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि यकीनन वह अक्सर नए कलाकरों को मौका देते हैं। आशा हैं मैं भी उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतर पाऊँगा।