फर्जी पुलिस वालों को असली पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा सलाखों के पीछे

दरोगा और कांस्टेबल बनकर अवैध वसूली करने वाले तीन अभियुक्त गिरफ्तार, लोगों को थाने ले जाने का दिखाते थे डर
By दल चंद्रा
रुड़की फर्जी दरोगा और कांस्टेबल बनकर लोगों से उगाही करने वाले तीन युवकों को भगवानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी पुलिस की वर्दी पहन कर रात को आने जाने वाले लोगों को रोक कर डराया धमकाया करते थे और थाने ले जाने की धमकी देकर उनसे पैसे की वसूली किया करते थे।
घटना का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम आयुष अग्रवाल ने बताया कि ग्राम सिकंदरपुर में थाना पर तैनात उप निरीक्षक पुष्पेंद्र को सूचना मिली कि सिरचन्दी में एक सफेद कार में तीन लोग घूम रहे हैं जिसमें से एक ने दरोगा की वर्दी पहनी हुई है । अपने आप को पुलिसकर्मी बताकर अवैध वसूली कर रहे हैं।
सूचना के बाद पुलिस ने सिरचंदी सरकारी अस्पताल तिराहे पर एक सफेद रंग की टाटा जेस्ट कार को रोक लिया और अंदर 3 व्यक्ति सवार थे। जिसमें ड्राइवर की सीट के बगल में बैठे युवक ने उत्तराखंड पुलिस की दरोगा की वर्दी पहन रखी थी और तीनों व्यक्ति अपने आप को एसटीएफ देहरादून की टीम बता रहे थे ।
सादे वस्त्रों में बैठे युवक अपने आपको कॉन्स्टेबल और निरीक्षक बता रहे थे। कार सवार लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हम लोग रात में घूम कर लोगों को थाने ले जाने का भ्रम दिखाकर इसी तरह अलग-अलग स्थानों पर उनसे पैसों की वसूली करते हैं।
पकड़े गए आरोपियों के नाम नितेश कुमार पुत्र राजकुमार धर्मपुरी बस्ती थाना क्लेमेंटाउन देहरादून, सरवर पुत्र अनवर टर्नर रोड थाना क्लेमेंटाउन, रहीम अहमद पुत्र रफीक अहमद फेस 1वसंत विहार देहरादून बताया गया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 2400 रुपए की नगदी पुलिस की वर्दी उत्तराखंड पुलिस का मोनोग्राम, 2 जोड़ी क्लिप और घटना में प्रयुक्त कार बरामद की है। पत्रकार वार्ता में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर अभय प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे।
आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में उप निरीक्षक मनोज ममगई, पुष्पेंद्र सिंह, रणवीर चौहान, कांस्टेबल सचिन, बलदेव और बलविंदर शामिल रहें