केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का हुआ निधन ,दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का हुआ निधन, दिल्ली से अस्पताल में ली अंतिम सांस
ब्यूरो रिपोर्ट साउथ एशिया24*7
लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का आज 74 साल की उम्र में निधन हो गया । दिल्ली के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट करके अपने पिता रामविलास पासवान के निधन की जानकारी दी । रामविलास पासवान ने 2000 में लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना की थी। बीते कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी ।
खास बात यह है कि रामविलास पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में भी केंद्र में मंत्री रहे और इस बार भी उन्हें खाद्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । मगर काफी दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी उनके हार्ट का ऑपरेशन करना पड़ा था । फिलहाल उन्होंने अंतिम सांस ली । रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने अपने पिता की निधन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी है ।
उन्होंने कहा कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन वह हमेशा उनके साथ रहेंगे। रामविलास पासवान ऐसे राजनेता थे जो सियासत की नब्ज को बहुत बारीकी से पकड़ने में माहिर माने जाते थे। उन्हें राजनीति का सबसे बड़ा मौसम वैज्ञानिक भी कहा जाता है । सरकार किसी भी की रही हो मगर रामविलास पासवान हमेशा सत्ता में रहें। खास बात यह रही कि हमेशा चुनाव से पहले गठबंधन किया और चुनाव के बाद कभी नहीं।
आपको बता दें कि रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को खगरिया जिले के एक दलित परिवार में हुआ था और उनकी राजनीतिक हैसियत देश के कद्दावर नेताओं में गिनी जाती थी। क्योंकि वह हमेशा किसानों ,नौजवानों और अल्पसंख्यकों की बात किया करते थे । रामविलास पासवान ने कई राजनीतिक पार्टियों के साथ में गठबंधन किया । वह हमेशा सत्ता में रहें लेकिन जिस तरह कि उन्होंने आम जन के लिए काम किया । वह हमेशा याद किए जाएंगे । सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और विधानसभा पहुंचे।
इसके बाद पासवान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा । वह 1977 में जब वह जनता पार्टी के टिकट पर हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव लड़े तो सबसे अधिक वोटों के अंतर से जीत का विश्व रिकॉर्ड बनाया । 1989 में राम बिलास ने इसी सीट से अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
बाद में उनका रिकार्ड भी नरसिम्हा राव समेत दूसरे नेताओं ने तोड़ा फिलहाल रामविलास पासवान 29 सालों से करीब 6 प्रधानमंत्री के साथ काम कर चुके हैं नरसिम्हा राव कैबिनेट में नहीं थे मगर लगातार उनका सियासत में दखल रही है।