सत्ता की हनक में सरकारी जमीनों पर कब्जे की लगी होड़, बदनाम हो रही सरकार

सत्ता की हनक में सरकारी जमीनों पर कब्जे की लगी होड़, बदनाम हो रही सरकार
*गोंडा : धानेपुर*
By प्रदीप शुक्ला
सच्चाई उगागर करने के लिए गोंडा उतरौला मार्ग पर स्थित सोहिला झील की, अथवा ग्राम समाज की जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण का उल्लेख अपरिहार्य हो जाता है।
करीब दस माह पूर्व ग्राम पंचायत विश्म्भरपुर के ग्राम प्रधान द्वारा अपने ग्राम सभा क्षेत्र की जमीनों को बचाने के लिए आवाज उठाई गयी है !
जिस पर ठोस कार्रवाई शायद इसलिए नही हो पाई, क्योंकि मण्डल के एक बड़े नेता सांसद कैसरगंज बृज भूषण शरण सिंह के नाम की ढाल ले कर मुजेहना जिला पंचायत सदस्य के पति राम उदार वर्मा द्वारा होटल बनाने के लिए ग्राम समाज की भूमि गाटा संख्या 1537 के बड़े भू खण्ड पर अपना झण्डा गाड़ दिया गया है।
हालांकि ग्राम प्रधान ने कई बार हस्तक्षेप के बाद क्षेत्रीय पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा तो दिया था लेकिन आज भी उस जमीन पर रसूखदार अपना कब्जा जमाये पूरी निगरानी में तैनात रह कर निर्माण करवा रहे हैं !
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि सत्तासीन बड़े नेताओं के नाम का सहारा ले कर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के इस खेल में सरकार बदनाम हो रही है । या यूँ कहें कि सत्ता की ताकत से झील और ग्राम समाज की जमीनों को हड़पने का खेल जनपद में धड़ल्ले से चल रहा है।
बताते चलें की सोहिला झील की हजारों एकड़ जमीन धीरे धीरे कब्जे की भेंट चढ़ती जा रही है।
विगत साल से इसकी शिकायतें जिले के जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचती रही हैं । किन्तु रसूखदारी के दम पर यहां कई लोगों द्वारा अपना कब्जा जमाया जा चुका है। सरकार और प्रशासन को इस पर कड़ा रुख अख्तियार करना चाहिए। ताकि गरीब जनता के हिस्से की जमीनेंअवैध कब्जा ना हो।