रंग-बिरंगे गुड आपकी सेहत को कर सकते हैं नासाज ,मिलावटखोरों से रहें सावधान

रंग-बिरंगे गुड आपकी सेहत को कर सकते हैं नासाज , मिलावटखोरों से रहें सावधान
सलमान मलिक साउथ एशिया 24 * 7 रुड़की
त्योहारों की सीजन के चलते सावधान रहने की जरूरत है मिलावट खोर मुनाफा कमाने के चक्कर में आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं। रुड़की के आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर गुड़ बनाया जा रहा है मगर जिस तरह की शिकायतें मिल रही है कि गुड बनाने वाले तरह-तरह के केमिकल और सामग्री मिलाकर गुड बना रहे हैं। ऐसे में आपको अपनी सेहत के मद्देनजर सतर्क रहने की जरूरत है और रंग-बिरंगे चमकते गुड लेने के पहले उसका स्वाद भी चख ना जरूरी है। कहीं ऐसा ना हो कि मीठे गुड़ आपकी सेहत नासाज कर दें।
खाद्य सुरक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही का खामयाजा भारी तादाद में गुड़ खाने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जिससे एक बड़ी घटना भी घट सकती है। आपको बता दें कि अभी हाल ही में मिलावटी कुट्टू का आटा खाने से रूड़की व ग्रामीण क्षेत्रों के सैंकड़ों लोगों की हालत बिगड़ गयी थी ।
जिन्हें क्षेत्र के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। वहीं रुड़की के चुड़ियाला, इकबालपुर और झबरेड़ा क्षेत्र में कहीं लाल गुड़ तो कही अलग रंगों के गुड़ का निर्माण जोरों से चल रहा है । जिससे गुड़ खाने वाले लोगों के साथ चरखी संचालकों द्वारा ठगा जा रहा है जो एक बड़ी दुर्घटना को न्योता दे रहा है।
गुड़ में खुले आम खराब चीनी सड़ी हुई राब और खतरनाक रंगों व केमिकल का इस्तेमाल करके मंडियों में बेचा जा रहा है जिसे बाहर भी भेजा जा रहा है। बड़े मुनाफे की चाहत में सैंकड़ों चरखी मालिक एक खतरनाक किस्म का गुड लोगों को परोस रहे है। वही लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले चरखी मालिक अधिकतर शाम होने के बाद इस काम को अंजाम देते है।
साथ ही सभी चर्खियों पर शाम होते ही खोई के बजाए रबड़ और प्लास्टिक का भी भारी मात्रा में इस्तेमाल होना शुरू हो जाता है जोकि आसपास के ग्रामीणों के लिए भी बहुत खतरनाक सिद्ध हो रहा है।
कोई भी इस ओर ध्यान नही दे रहा है। वही इस सम्बंध में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार को अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि अब से पहले भी इस तरह का ज़हर बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है । पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसकी शह पर ये चरखी मालिक जहर बनाने का काम बेरोकटोक कर रहे हैं जिन्हें शासन व प्रशासन का भी कोई डर नही है