मतदान से पहले तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के नाम लिखा पत्र

मतदान से पहले तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के नाम लिखा पत्र
By नितीश कुमार
मतदान से पहले तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र लिया है तेजस्वी यादव ने अपने पत्र में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार आगमन आने पर अभिनंदन और स्वागत किया है। मगर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि बिहार की जनता पूछना चाहती है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था ।आखिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब मिलेगा दूसरी तरफ सवा लाख करोड़ रुपए का पैकेज भी देने की घोषणा हुई थी मगर अभी तक कोई पैकेज नहीं मिला
बिहार राज्य को विशेष दर्जा नहीं मिला । खास बात यह है कि बिहार के 40 संसदीय सीट में से 39 सांसद बिहार ने आप को दे दिए । मगर अभी तक बिहार राज्य को विशेष दर्जा नहीं मिला । आपने बड़े से बड़े नियमों में संशोधन किया। मगर बिहार राज्य को विशेष दर्जा देने के लिए किसी तरह का कोई संशोधन नहीं हुआ। आखिर बिहार राज्य के साथ इतना सौतेला क्यों अपनाया जा रहा है।
बिहार केे लोगों को पढ़ाई ,दवाई ,कमाई के लिए हमेशा पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मगर जिस तरह के हालात है ऐसे में आप अच्छी तरह से जानते हैं रोजगारी की दर यहां पर 46.6 फीसदी चुकी है। बिहार राज्य का बेरोजगार युवा प्रधानमंत्री जी आप से पूछना चाहता है कि आखिर आप बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं ?
लगातार रेलवे विभाग में आवेदन कर रहे हैं मगर नियुक्तियां नहीं हो रही है दूसरी तरफ केंद्र सरकार लगातार निजी करण करती जा रही है। बड़े बड़े संस्थानों का निजीकरण हो रहा है इस तरह के निजीकरण होने से युवाओं को रोजगार मिल पाएगा ? फिलहाल आपको बता दें कि बिहार राज्य में जिस तरह से चुनाव चल रहा है ऐसे में आज भी मतदान हो रहा है।
मतदान की प्रक्रिया के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखे पत्र में जिस तरह से तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते सवाल पूछा है इसके कई तरह के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं । मगर सबसे महत्वपूर्ण बात यही है कि बिहार में जिस तरह से बेरोजगारी का मुद्दा इस समय चुनाव में है देखना होगा कि युवा बटन दबाकर किसका साथ देते हैं मगर एक बात तो साफ है कि लॉकडाउन के बाद जो हालात बदले हैं उसमें चुनौतियां सत्ताधारी और विपक्ष के सामने बढ़ गई है।