गंगा की धारा को घोषित स्केप चैनल के आदेश को रद्द करने हुआ फैसला

हर की पौड़ी की गंगा की धारा को घोषित स्केप चैनल के आदेश को रद्द करने पर बनी सहमति
ब्यूरो रिपोर्ट
कुंभ मेला के पहले प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है। गंगा को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है। हरिद्वार के हर की पैड़ी पर बह रही गंगा की धारा को स्केप चैनल के आदेश को सरकार ने रद्द करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास पर गंगा सभा के प्रतिनिधियों के साथ में एक बैठक की ।
जिसमें उन्होंने हरिद्वार की गंगा हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की धारा को स्केप चैनल के घोषित आदेश को रद्द करने पर सहमति दी। गंगा सभा के महासचिव तन्मय वशिष्ठ का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आदेश को रद्द करने पर सहमति दी है ।
आपको बता दें कि दिसंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेश रावत ने हरिद्वार की हर की पौड़ी पर बह रही गंगा की धारा को स्केप चैनल घोषित किया था । । लगातार तीर्थ पुरोहित हर की पैड़ी की धारा को स्केप चैनल के आदेश को रद्द करने की मांग कर रहे थे ।
प्रदेश सरकार ने गंगा सभा के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया था कि सरकार इस बारे में बड़ा फैसला करेगी । आज गंगा की धारा को कागजों में वापस किया जा रहा है ।
गंगा सभा के प्रतिनिधि का कहना है कि यह बहुत ही ऐतिहासिक फैसला होगा इससे गंगा अपने मूल स्वरूप में बहेगी। जिस तरह से 2016 के पहले थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने जिस तरह से गंगा के चैनल को धारा को स्केप चैनल घोषित किया था । उसको लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही थी।
दरअसल उस दौरान एनजीटी का आदेश हुआ था जिस से बचने के लिए स्केप चैनल घोषित किया गया था। लेकिन अब सरकार ने कुंभ मेला के पहले जिस तरह से उस आदेश को रद्द करने का फैसला किया है यह अपने आप में बहुत बड़ा फैसला है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रदेश सरकार गंगा की धारा को मूल धारा में शामिल करने के लिए पहले ही आश्वासन दे चुकी थी।