सूर्य धार झील का सीएम करेंगे लोकार्पण 2050 तक देहरादून को मिलेगा पानी

सूर्य धार झील का सीएम करेंगे लोकार्पण 2050 तक देहरादून को मिलेगा पानी
ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार प्रदेशवासियों को एक के बाद एक तोहफा दे रहे हैं । जहां इस साल सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को ग्रीष्मकालीन राजधानी का तोहफा दिया था। वही डोबरा चांठी पुल का भी लोकार्पण किया है । अब फिलहाल राजधानी देहरादून वासियों को 2050 तक पानी की निर्बाध सप्लाई के लिए सूर्य धार झील का लोकार्पण कर रही है।
पहले डोबराचांठी, जानकी सेतु और अब सूर्यधार विकास की इबारत लिखते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को प्रदेशवासियों को सूर्यधार झील के रूप में एक नया तोहफा देने जा रहे हैं। सूर्यधार में झील बनकर तैयार हो गई है जिसका रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लोकार्पण करेंगे।
सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है। इस झील से क्षे़त्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को पेयजल मिलेगा जो कि पूरी तरह से ग्रैविटी आधारित होगी। बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र द्वारा समय-समय पर सूर्यधार में निर्माणाधीन झील के निरीक्षण किए जाते रहे। अब, रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है। यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी। यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इस बहुउद्देशीय योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 7 करोड़ रुपये की बिजली की बचत भी होगी. इससे किसानों को बारह महीने पानी मिलेगा।
2050 तक राजधानी देहरादून को निर्बाध पानी की सप्लाई होती रहेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में सूर्य धार झील शामिल थी ।निर्धारित वक्त में फिलहाल यह झील बनकर तैयार हुई है। इससे जहां पेयजल की समस्या दूर होगी। वही 18 गांव को पानी की सप्लाई भी मिलती रहेगी। बड़ी उपलब्धि है। राज्य सरकार ने जिस तरह से सूर्य धार झील बनाने का फैसला किया था वह साकार हुआ है।