291 कर्मियों का किया गया रेस्क्यू ,चमोली के सुमना में टूटा ग्लेशियर,

चमोली के सुमना में टूटा ग्लेशियर, 291 कर्मियों का किया गया रेस्क्यू
ब्यूरो रिपोर्ट
चमोली के सुमना में ग्लेशियर टूटने की घटना में 291 कर्मियों को का रेस्क्यू किया गया है । बताया जा रहा है कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन मनारी तक रिमखिम सड़क निर्माण कर रही थी पिछले तीन-चार दिनों से मौसम खराब चल रहा था। रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला भी चल रहा था। सुमना के पास ग्लेशियर टूटने से टूटने की घटना सामने आई है
बताया जा रहा है कि तकरीबन 450 कर्मी और जवान वहां मौजूद थे जिसमें से 291 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है । बताया जा रहा है कि सड़क 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गई है।
लैंडस्लाइड होने की वजह से सड़क को नुकसान पहुंचा है सेना के जवानों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन किया । 291 कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया ।बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण में लेबर भी वहां मौजूद थी सभी सकुशल बताए जा रहे हैं। जिनको राहत शिविर में रखा गया है।
जबकि दो शव को मिले है। आइटीबीपी और बीआरओ पूरी तरह से मॉनिटरिंग कर रही है । आपको बता दें कि 7 फरवरी को भी जोशीमठ के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने की घटना सामने आई थी। जिसमें 204 लोग लापता हो गए थे जबकि रैनी गांव के पास एक हाइड्रो प्रोजेक्ट पूरी तरह से बह गया था।
कई पुल क्षतिग्रस्त हो गये थे। वही तपोवन में एनटीपीसी के टनल में काम कर रहे 100 से अधिक कर्मी लापता हो गए थे और टनल में भी मिलियन टन मलवा भर गया था ।जिसका रेस्क्यू ऑपरेशन 1 महीने से अधिक समय तक चलता रहा।
फिलहाल एसडीआरएफ की टीम भी रवाना हो चुकी है एसडीआरएफ ने सूचना दी है कि 20 जवानों की टीम सुमना जा रही है जिससे हालात का जायजा लिया जा सके। मनारी से तकरीबन 16 किलोमीटर की दूरी पर सुमना पोस्ट हैै ।
ग्लेशियर टूटने की बात सामने आई है आपको बता दें कि प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले 2 दिनों से जमकर बर्फबारी हुई है और बारिश होने से तापमान भी तापमान में गिरावट आई है। फिलहाल ग्लेशियर टूटने की घटना को लेकर एसडीआरएफ और स्टेट पुलिस नजर बनाए हुए हैं।