लंढोरा अस्पताल में नहीं है कोविड जांच की सुविधा

लंढोरा अस्पताल में नहीं है कोविड जांच की सुविधा,कोविड वैक्सिनेशन की रफ्तार भी धीमी,4 माह में मात्र 1100 का हुआ टिकाकरण
By सुशील कुमार झा
खानपुर के लंढौरा पीएचसी को भले ही सीएचसी का दर्जा मिल गया हो लेकिन कोरोना महामारी के बावजूद सीएचसी पर कोविड जांच कोई सुविधा नहीं है। यही नहीं कोरोना टीकाकरण भी धीमी रफ्तार से चल रहा है। बताया जा रहा है कि लोगों में जागरूकता का अभाव है। जबकि स्वास्थ्य कर्मी अपनी ओर से पूरी कोशिश करने में लगे हुए हैं।
कई वर्ष पहले कस्बा लंढौरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिया गया था। सीएससी में कस्बा लंढौरा के अलावा भगवानपुर ,जैनपुर, गाधारोना, थिथोला, खेमपुर, शिकारपुर, जोरासी जबरदस्तपुर, नगला इमरती आदि गांव आते हैं।अब जबकि कोरोना महामारी पूरी तरह पैर पसार चुकी है ।लेकिन इसके बावजूद लंढौरा सीएचसी पर कोविड जांच की कोई सुविधा नहीं है। जिसके चलते यहां के लोगों को रुड़की या मंगलौर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
हालांकि सीएचसी पर कोविड टीकाकरण का काम बदस्तूर जारी है। लेकिन यह भी धीमी गति से चल रहा है। 16 जनवरी से लंढौरा सीएचसी पर कोरोना वैक्सीन का काम शुरू किया गया था। बताया गया है कि 16 जनवरी से लेकर अब तक मात्र 11 सौ लोगों को कोरोना वेक्सीन की पहली डोज लगी है।
जबकि दूसरी डोज लेने वालों की संख्या मात्र 250 है। बताया गया है कि लोगों में जागरूकता का अभाव है। जिसके चलते क्षेत्रवासी कोविड वेक्सिनेशन की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हालांकि स्वास्थ्य कर्मी लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक कर रहे हैं। सीएचसी प्रभारी डॉ अमित डाबरा ने बताया कि 16 जनवरी से लेकर अब तक 11 सौ लोगों को का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया सीएचसी पर ऑक्सीजन का माकूल इंतजाम है। उन्होंने लोगों से अपील की कि छोटी मोटी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल बिल्कुल न आए ,यदि किसी को खांसी नजला जुखाम की शिकायत हो तो वह कोविड जांच जरूर कराएं।