उत्तराखंड विद्युत निगमों के कर्मियों 28 मई से बेमियादी हड़ताल शुरू करने का किया ऐलान

उत्तराखंड विद्युत निगमों के कर्मियों 28 मई से बेमियादी हड़ताल शुरू करने का किया ऐलान #Strike in uttarakhand
ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने 28 मई की आधी रात से बेमियादी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है । ऊर्जा के तीनों निगमों के प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में कोई समाधान ना निकलने की वजह से मोर्चे ने बेमियादी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है ।वार्ता विफल करार देते हुए मोर्चे ने 28 मई से बेमियादी हड़ताल को शुरू करने की बात कही है ।
ऊर्जा निगमों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मोर्चे ने पुरानी मांगों के बारे में चर्चा करने की। जिसमें कोई सकारात्मक हल नहीं निकल पाया । कर्मी ऊर्जा निगम के अधिकारियों के रवैए पर आक्रोशित हो गए । उन्होंने हड़ताल करने का ऐलान कर दिया। वार्ता के बाद मोर्चा के संयोजक इंसारूल हक ने कहा कि प्रबंधन के पास कहने के लिए कुछ नहीं था। प्रबंधन गंभीरता के साथ कर्मचारियों की मांगों के बारे में विचार मंथन करता नजर नहीं आया । ऊर्जा निगम के अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का कहना है कि फ्रंट लाइन पर भारी तादाद में कर्मचारी अधिकारी काम कर रहे हैं ।कोविड-19 महामारी के दौरान कर्मचारियों के जान का जोखिम बना हुआ है मगर प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन नहीं लगवाई जा रही है । मोर्चे का आरोप है कि कई सालों से 14 सूत्रीय मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलित है हर स्तर पर कर्मचारियों ने अपनी आवाज उठाई है।
मगर तीनों निगमों के अधिकारी कर्मचारियों की मांग को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं जिसके चलते कोविड-19 महामारी के दौरान कर्मचारियों को हड़ताल करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उनका कहना है कि ऐसा लगता है जैसे अधिकारी जानबूझकर कर्मचारियों से आंदोलन करवाना चाहते हैं क्योंकि कर्मचारियों की मांगों के बारे में अधिकारी कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठा रहे हैं ।
फिलहाल जिस तरह से कर्मचारियों ने आंदोलन करने का ऐलान किया है ऐसे में देखना होगा 28 मई से होने वाली ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार क्या कदम उठाती है गर्मी के मौसम में बिजली की मांग बढ़ जाती है ऐसे में अगर कर्मचारी बेमियादी हड़ताल करते हैं तो इससे बिजली की सप्लाई पर भी असर पड़ सकता है अब देखना होगा कि तीनों निगमों के अधिकारी कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर क्या कदम उठाते हैं क्या कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता के साथ विचार मंथन किया जाएगा ?