बैंक खातों हो रही कटौती से खाताधारकों में रोष, वरिष्ठ अधिवक्ता ने आरबीआई के गवर्नर को लिखा पत्र

बैंक खातों हो रही कटौती से खाताधारकों में रोष, वरिष्ठ अधिवक्ता ने आरबीआई के गवर्नर को लिखा पत्र
By प्रदीप शुक्ला
गोंडा : यूपी
बैंकों द्वारा न्यूनतम बैलेंस के नाम पर बचत खाते से काटे जाने वाली राशि अब खाताधारकों को अखरने लगी है। जिसके विरुद्ध बार एसोसिएशन के वरिष्ट उपाध्यक्ष सुरेन्द्र मिश्र ( सूर्य ) ने आर.बी.आई. गवर्नर को पत्र लिख कर होने वाली कटौती को समाप्त करने की मांग की है।उन्होंने पत्र में लिखा है कि न्यूनतम बैलेंस के नाम पर की जाने वाली कटौती अव्यवहारिक एवं मनमानी है लोकहित व बैकिंग उद्देश्यों के विरुद्ध है।
इस तरह की कटौती से लोगों के बैंकों में बचत खाता खोलने का उद्देश्य विफल हो जाता है। कोरोना महामारी से समाज का मध्यम वर्ग बहुत प्रभावित हुआ है लोगों के रोजगार बन्द पड़े हैं इसलिए बैंकों को उदारता दिखाते हुए न्यूनतम बैलेंस के नाम पर हो रही कटौती बन्द कर देनी चाहिए। अधिवक्ता मिश्र का कहना है कि अगर आर.बी.आई.गवर्नर द्वारा इस का संज्ञान नही लिया जाता है तो योजनाबद्ध तरीके से बैंकों का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
आपको बता दें कि कोविड 19 के चलते रोजगार पर जहां बुरा असर पड़ा है। वही लोग अपने घरों के कामकाज के लिए बैंकों में जमा धनराशि को निकाल लिया है । उनके बैंक खातों में बहुत कम धनराशि बची है जिसके चलते कई बैंक अब धनराशि में कटौती कर रहे हैं।
जिसको लेकर बैंक खाता धारक बैंक के अधिकारियों से मिल भी चुके हैं मगर अभी तक किसी तरह से कोई उन्हें राहत नहीं मिली है । लोगों का कहना है कि जिस तरह से कोविड-19 में कामकाज पर असर पड़ा है रोजगार का संकट है ऐसे में बैंकों को भी अपने नियमों में शिथिलता दिखानी चाहिए जिससे लोग आगे बैंकिंग सेवाओं का फायदा ले सकेें। आपको बता दें कि बैंक एनुअल चार्ज के तौर पर खाताधारकों के खाते से कई तरह के चार्ज ले रहे हैं।व कटौती कर रहे हैं।