बसपा सुप्रीमो मायावती ने किया निष्कासित,बसपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर व विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा निष्कासित

बसपा सुप्रीमो मायावती ने की बड़ी कार्रवाई पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर व विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा को किया निष्कासित
ब्यूरो रिपोर्ट साउथ एशिया 24 * 7
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी के प्रदेश पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले बसपा ने बड़ी कार्रवाई की है । लालजी वर्मा को दो विधानमंडल दल की कमान सौंपी गई थी । राम अचल राजभर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। मायावती सरकार में उन्हें परिवहन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कैबिनेट मंत्री उन्हें बनाया गया।
राम अचल राजभर मायावती के करीबियों में से एक हैं मगर पार्टी की विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते दोनों कद्दावर नेताओं को बसपा से बाहर का रास्ता दिखाया गया है ।
आपको बता दें 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा को यूपी में बड़ी जीत मिली थी और राम अचल राजभर तत्कालीन मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे ।
आपको बता दें कि 1996 में फैजाबाद के पूर्वी क्षेत्र को मायावती ने अंबेडकर नगर जिला घोषित किया था और अंबेडकर नगर से ही मायावती ने अपना चुनाव भी लड़ा था अंबेडकरनगर की अकबरपुर सीट से काफी समय से राम अचल राजभर चुनाव जीतते आ रहे हैं राजभर बाहुल्य क्षेत्र होने का लाभ भी उन्हें मिल रहा है । इसी तरह से अंबेडकर नगर जिले की कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से लालजी वर्मा विधायक हैं। ओबीसी बाहुल्य इलाके में इनकी काफी अच्छी पैठ मानी जाती है
खास बात है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले बसपा ने जिस तरह से दो कद्दावर नेताओं को पार्टी से पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाया है। ऐसे में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वालों को बड़ा संदेश देना चाहती है फिलहाल 2007 से लेकर 2012 तक उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार थी लेकिन इस दौरान मायावती पर अंबेडकर पार्क बनाने में सरकारी धन के दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। जिसके चलते 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा को हार का सामना करना पड़ा । 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा उत्तर प्रदेश में 19 सीटों पर सिमट कर रह गई।
ऐसे में लगातार प्रदेश में बसपा का जनाधार गिरता जा रहा है जिसके चलते पार्टी के कद्दावर नेता भी पार्टी को अलविदा कहने में कोई संकोच नहीं रख रहे है।
फिलहाल सियासी गलियारों में लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की चर्चा हो रही है देखना होगा कि दोनों कद्दावर नेता एक ही जिले के हैं किस पार्टी का दामन थाम ते हैं लेकिन बसपा के कद्दावर नेताओं का एक-एक करके बाहर निकलने का सिलसिला चल रहा है ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा क्या गुल खिलाएगी ?