1 किलो मिट्टी की कीमत 9 बिलियन डॉलर, जानिए कहां की मिट्टी है इतनी बेशकीमती

1 किलो मिट्टी की कीमत 9 बिलीयन डॉलर जानिए कहां की है इतनी कीमती मिट्टी
ब्यूरो रिपोर्ट
खगोल शास्त्रियों के लिए हमेशा से लाल ग्रह यानी मंगल कौतूहल का विषय रहा है। जिस पर हमेशा वैज्ञानिकों की भी नजर रही है । अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा लगातार ग्रहों के बारे में रिसर्च कर रही है। मगर सबसे ज्यादा अनुसंधान मंगल ग्रह को लेकर हो रहा है। क्या कभी मंगल पर मानव जीवन था या किसी और प्रकार के प्राणी मंगल पर रहते थे ?
मंगल का वायुमंडल किस तरह का है मौसम का क्या मिजाज रहता है और मंगल की बड़ी-बड़ी चट्टानें और पर्वत श्रृंखलाएं आखिर किस केमिकल से बनी है। इन तमाम सवालों का जवाब अभी मिलना बाकी है। मगर रिसर्च चल रहा है ।
अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा तीन अलग एजेंसियों के साथ मिलकर एक मंगल का मिशन तैयार कर रही है जिसके तहत 1 किलो मिट्टी को मंगल की सतह से धरती पर आएगा जिसकी कीमत 9 बिलियन डॉलर आंकी गई है। नासा एजेंसी के मुताबिक इसकी कीमत 10 बिलियन के ऊपर भी हो सकती है।
वैज्ञानिकों का मानना है की इस मिशन में 3 स्पेस एजेंसी की मदद ली जाएगी मंगल की सतह पर पहली बार रॉकेट को धरती पर यान को लाने के लिए लांच किया जाएगा। यह अब तक का सबसे बड़ा मिशन होगा वैज्ञानिकों का मानना है कि रॉकेट की लॉन्चिंग के दौरान ईंधन की बहुत खपत होती है ऐसे में ऑक्सीजन की मदद ली जाएगी। इसके जरिए रॉकेट को लांच किया जाएगा और 1 किलो मिट्टी को मंगल से धरती पर लाने की कीमत तकरीबन 9 बिलीयन डॉलर होगी।
यह अब तक का स्पेस का सबसे बड़ा मिशन होगा। मिट्टी के लाने का काम पहले भी हुआ है जब अमेरिका ने 1969 में चांद पर नील आर्मस्ट्रांग को भेजा था तो उस दौरान चांद की भी मिट्टी लाई गई थी जिस पर रिसर्च किया गया कि आखिर कि चंद्रमा की जो चट्टाने है वह किस तरह की है कितनी पुरानी है और पानी ,वायु के साथ चांद का वायुमंडल किस तरह से रहता है। इस पर रिसर्च किया गया ।
अब मंगल की सत्ता का रिसर्च करने के लिए एक नए मिशन मिशन की शुरुआत होने जा रही है ।जिसके तहत 1 किलो मिट्टी लाने में 9 बिलियन डालर खर्च होगा यानी भारतीय रुपए में एक खराब रुपये भी अधिक की कीमत होगी अगले एक दशक में मिशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।