लखवाड जल विद्युत परियोजना के लिए CM तीरथ सिंह रावत ने केंद्र सरकार से मांगा सहयोग

लखवाड जल विद्युत परियोजना के लिए सीएम तीरथ सिंह रावत ने केंद्र से मांगा सहयोग
ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर है तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की और लघु जल विद्युत परियोजना के बारे में चर्चा की।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से उनके आवास पर भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 6 लाख 60 हजार से अधिक पेयजल के कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
15 अगस्त 2019 को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। तब राज्य में 08 प्रतिशत व्यक्तिगत घरेलू जल संजयोजन से आच्छादित था, जो अब बढ़कर 45 प्रतिशत हो गया है। राज्य में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को मात्र 01 रुपए में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों 96 प्रतिशत स्कूलों में पी. डबल्यू.एस के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई है। इसे जल्द ही शत प्रतिशत किया जाएगा। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों 91 प्रतिशत आँगनबाड़ी / बालबाड़ी में pws के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई है।
शीघ्र ही बाकी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी जलापूर्ति की व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित ग्राम पंचायत भवनों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में PWS के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था का कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से लखवाड़ परियोजना के लिए कैबिनेट कमिटी की अनुमति के लिए भी अनुरोध किया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि केंद सरकार द्वारा राज्य सरकार को हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
आपको बता दें कि लखवार जलविद्युत परियोजना 1976 में शुरू की गई थी। 45 साल से अधिक का वक्त पूरा होने के बाद भी की योजना पूरी नहीं हो पाई ।शुरुआती दौर में इस परियोजना की कीमत 140 करोड़ थी। मगर 20 साल बाद जब इसका डीपीआर तैयार हुआ तो इसकी कीमत ₹4000 हो गई। उत्तराखंड के यमुना नदी पर लखवाड जल विद्युत परियोजना बनी रही हैं मगर कई तरह की तकनीकी कमियों की वजह से परियोजना धरातल पर नहीं उतर पाई।