मुस्लिम बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश, दो मौलवी गिरफ्तार ,1000 लोगों के धर्म परिवर्तन का है आरोप

मुस्लिम बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश, दो मौलवी गिरफ्तार ,1000 लोगों के धर्म परिवर्तन का हैं आरोप
ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एटीएस ने मुस्लिम बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। दो मौलवियों जहांगीर कासमी और उमर गौतम को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं। लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में दोनों मौलवियों के खिलाफ एटीएस ने एफ आई आर दर्ज कराया है ।
एडीजी लॉन आर्डर प्रशांत कुमार का कहना कि दोनों मौलवियों पर तकरीबन 1000 धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है अभी तक की जांच से पता चला है तकरीबन एक हजार लोगों के धर्म परिवर्तन कराए गए हैं । मास रिलीजियस कन्वर्जन की बात सामने आई है । उनका कहना है कि दोनों मौलवियों के साथ इस्लामिक दवा सेंटर संस्था के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तार मौलवी जहांगीर और उमर गौतम से एटीएस पूछताछ कर रही है बताया जा रहा है कि दिव्यांग व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को वे अपना निशाना बनाते थे । उनका धर्म परिवर्तन कर आते थे दोनों एक संस्था से जुड़े बताए गए हैं ।
बताया जा रहा है कि मौलवी उमर गौतम पहले हिंदू था बाद में धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम बन गया । अब धर्म परिवर्तन कराने में शामिल है ।फिलहाल सभी पहलुओं की जांच हो रही है। अभी तक कुल कितने गैर मुस्लिम का धर्म परिवर्तन कराया गया पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है । दावा किया जा रहा है कि 2 जून को दिल्ली के डासना के एक मंदिर में दो युवक नाम बदलकर प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे उनके पास तेज धार के कुछ औजार भी थे दोनों युवक जिस मंसूबे के साथ मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहे थे उसकी जांच की जा रही है। उनके बयानों के आधार पर यूपी एटीएस दोनों मौलवियों तक पहुंची है जिन पर 1000 लोगों के धर्म परिवर्तन कराने की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों की शादी उसी मजहब की युवतियों से कराई जाती थी ताकि उसी मजहब को अपना लें। कुछ विदेशी फंड की बात सामने आई है। फिलहाल जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर इनको फंड कहां से मिलता था लगभग 100 लोग इस पूरे रैकेट में शामिल बताए जा रहे हैं।