Exclusive कोविड-19 की तीसरी लहर से पहले आयुर्वेद विभाग ,बच्चों को पिलायेगा स्वर्ण बिंदु प्राशन ड्रॉप्स, बच्चों की बढ़ेगी इम्यूनिटी पावर,

कोविड-19 की तीसरी लहर से पहले आयुर्वेद विभाग पिलायेगा बच्चो स्वर्ण बिंदु प्राशन ड्रॉप्स
ब्यूरो रिपोर्ट साउथ एशिया 24 * 7
उत्तराखंड आयुर्वेद विभाग में 6 महीने से लेकर 14 साल तक के बच्चों कोविड की तीसरी लहर के पहले आयुर्वेदिक ड्राप पिलाने का प्लान तैयार किया है। स्वर्ण बिंदु प्रशान ड्राप पिलाने से बच्चों की इम्युनिटी पावर बढ़ जाएगी। आयुर्वेदिक औषधि है तकरीबन 18 लाख बच्चों के ड्राप पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
आयुष विभाग के डायरेक्टर डॉ एमपी सिंह का कहना है कि स्वर्ण बिंदु प्राशन पिलाने की योजना तैयार की गई है। 6 महीने से लेकर 14 साल तक के बच्चों को इस औषधि का लाभ मिलेगा इससे इनमिटी पावर बढ़ जाएगी ।
कोविड के संकट से बच्चों को बचाया जा सकता है उनका कहना है कि जिस तरह से कोविड-19 की तीसरी लहर आने की संभावना बताई जा रही है उसके मद्देनजर आयुर्वेद विभाग का यह प्रयास होगा कि बच्चों की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए काम किया जाय।
आयुर्वेद विभाग का मानना है कि आयुर्वेदिक औषधि का ड्राफ्ट बच्चों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आयुर्वेदिक औषधि का साइड इफेक्ट नहीं होता है ।
उनका कहना है कि आयुर्वेद विभाग कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर पूरी तरह से चौकस हैं। विभाग का मानना है कि जिस तरह से देश और दुनिया में कोविड-19 की वजह से लाखों लोगों को अपनी जान जान का जोखिम रहा है ।कोविड-19 अभी समाप्त भी नहीं हुआ है ।
ऐसे में आयुर्वेद विभाग की कोशिश है कि अब बच्चों को ड्राप पिलाई जाए । पुष्य नक्षत्र में नए ड्राफ्ट पिलाया जाता है। 8 अगस्त को एक बार फिर बच्चों को ड्राप पिलाया। पुष्य नक्षत्र में पिलाने की परंपरा रही है। प्रदेश में तकरीबन 1800000 बच्चों को दवा पिलाने की प्लानिंग हो रही है। आयुर्वेद विभाग ने जिस तरह से प्लानिंग तैयार की है उसके मुताबिक हेमा से लेकर 14 साल तक के बच्चों को ड्राप पिलाया जाएगा यह एक औषधि का ड्राफ्ट इससे इम्यूनिटी पावर बढ़ जाए। कोविड-19 का खतरा कम हो सकता हैं ।