हरेला प्रकृति और इंसान के बीच सेतु का है पर्व _हिमानी वैष्णव- अध्यक्ष नगर -पंचायत नंदप्रयाग

हरेला प्रकृति और इंसान के बीच सेतु का है पर्व _हिमानी वैष्णव- अध्यक्ष नगर -पंचायत नंदप्रयाग
ब्यूरो रिपोर्ट, साउथ एशिया 24× 7
नंदप्रयाग
हरेला लोक पर्व के मौके पर नगर पंचायत नंदप्रयाग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।।जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष हिमानी वैष्णव चमोली के डीएम स्वाति भदोरिया और कई वरिष्ठ अधिकारी स्थानीय लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।
नगर पंचायत अध्यक्ष हिमानी वैष्णव का कहना है कि हरेला के कार्यक्रम के मौके पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कोविड-19 की गाइडलाइंस को ध्यान रखते हुए कई छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। उन्हें प्रकृति प्रेम पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के बारे में जानकारी दी गई।
छात्र छात्राओं ने पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए प्रकृति प्रेम को भी दर्शाया ।
हिमानी वैष्णव का कहना है कि हरेला प्रकृति के करीब निहारने का पर्व है। मानव जीवन में प्रकृति का बहुत महत्व हैं प्रकृति से ही मानव जीवन सभ्यता समृद्धि शाली होती है । हरेला एक ऐसा पर्व है जिसमें प्रकृति को समृद्धि देने के लिए काम किया जाता है।
उनका कहना है कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थिति का राज्य है यहां तरह-तरह की बोली, भाषा, कला संस्कृति का संगम देखने को मिलता है। जिस तरह से पर्वतीय अंचल में हरेला पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । यहां की कला संस्कृति और स्थानीय लोगों की सुख समृद्धि का प्रतीक है।
उनका कहना है हरेला प्रकृति और इंसान के बीच सेतु का पर्व है। जहां इंसान आने वाली पीढ़ियों के संसार को संवरता हैं। प्रकृति को बचाने का संकल्प लेता है। वृक्ष हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक सिक्के के दो पहलू हैं मानव जीवन में पेड़ पौधों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है ।
प्राचीन काल से हमारे पूर्वज प्रकृति की पूजा करते आए हैं। प्रकृति के उपासक रहे हैं। ऐसे में हरेला के इस पावन पर्व पर हमें भी प्रकृति को बचाने उसके संरक्षण और संवर्धन के लिए संकल्प लेने की जरूरत है ।
वहीं डीएम स्वाति भदोरिया का कहना है कि जिला प्रशासन भी हरेला पर्व के अभियान में पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है पौधरोपण का काम किया इस अभियान में आम लोगों की सभी सहभागिता भी नितांत आवश्यक है।