दिल का दौरा पड़ने से अभिनेत्री सुरेखा सीकरी की हुई मौत,याद रहेगा किरदार

दिल का दौरा पड़ने से अभिनेत्री सुरेखा सीकरी की हुई मौत,याद रहेगा किरदार
By पारुल जोशी
सुरेखा सीकरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया ।अचानक हुई मौत से उनके फैन में शोक की लहर है । सुरेखा का किरदार हमेशा याद किया जाएगा । उन्होंने अपने किरदार को शिद्दत के साथ निभाया है। उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनका दादी का किरदार हमेशा उनके फैन याद करते रहेंगे।
सुरेखा सीकरी एक भारतीय थिएटर फिल्म और टेलीविजन की अभिनेत्री थीं। वह 1978 राजनीतिक ड्रामा फिल्म किस्सा कुर्सी का में में शुरुआत की थी ।साथ ही साथ भारतीय साबुन हिंदी और मलयालम फिल्मों में एक सहायक की भूमिका निभाते हैं। उन्हें कई पुरस्कार मिले। जिनमें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्म पुरस्कार शामिल हैं। उन्होंने तमस (1988) मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) जैसी कई फिल्में कीं।
उन्हें प्राइमटाइम सोप बालिका वधू में उनके काम के लिए 2008 में एक नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और 2011 में उसी शो के लिए सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री से सम्मानित किया गया था। उनकी आखिरी रिलीज, बधाई हो 2018 को दर्शकों और आलोचकों से बहुत सराहना मिली।
वह उत्तर प्रदेश की रहने वाली थीं और उनका बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बीता। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ में पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने 1971 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से स्नातक किया।
उनका जन्म 19 अप्रैल 1945 को हुआ था, उनके पिता वायु सेना में थे और उनकी माँ एक शिक्षिका थीं। उनकी शादी हेमंत रेगे से हुई थी और उनका एक बेटा राहुल सीकरी है जो मुंबई में रहता है। एक कलाकार के रूप में काम करता है। 20 अक्टूबर 2009 को हृदय गति रुकने से उनके पति की मृत्यु हो गई।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का 16 जुलाई 2021 को 75 वर्ष की आयु में मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह लंबे समय से पीड़ित थीं और 2018 और 2020 में उन्हें दो ब्रेन स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था।
वह शानदार अभिनेत्री थीं और वह सार्थक सिनेमा की मजबूत स्तंभ थीं, जिनका निधन थिएटर और सिनेमा में बेहतरीन प्रदर्शनों को पीछे छोड़ते हुए हुआ। वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलतीं रहेंगी।