Gurupurnima बिना गुरु ज्ञान संभव नहीं _महंत दिनेन्द्र दास दास

Gurupurnima बिना गुरु ज्ञान संभव नहीं _महंत दिनेन्द्र दास दास
By—पंकज पाण्डेय साउथ एशिया 24× 7 अयोध्या
आज गुरु पूर्णिमा है इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। देश के अलग-अलग कोने में जहां कई तरह के कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। वही धर्मनगरी वही भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में भी कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है । जिसमें भक्त अपने गुरु से गुरु सेबज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ के एक शिष्टमंडल ने निर्मोही अखाड़े के ट्रस्टी सदस्य श्री राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य महंत दिनेन्द्र दास से मुलाकात की है गुरु पूर्णिमा पर शिष्टमंडल ने आशीर्वाद लिया।
गुरु संदीपन ना होते तो कन्हैया श्री कृष्ण ना होते यदि गुरु वसिष्ठ ना होते तो राम जी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ना होते।
गुरु पूर्णिमा की पावन बेला पर श्री रामलला जन्मभूमि अयोध्या धाम में गुरु शिष्य की परम्परा का पावन पर्व गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं भक्तो का कई मठ मंदिरों में लगा तांता हुआ है
गुरु ब्रम्हा, गुरु बिष्णु, गुरु देवो महेश्वर:।
गुरु साक्षात् परब्रह्म,तस्मै श्री गुरुवे नम:।।
श्लोक से व गुरु महाराज की जय जैसे जयकारों से मंदिर-मंदिर गुंजायमान होता देखा जा रहा है
ऐसे समय में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में स्थित निर्मोही अखाड़े के महंत ट्रस्टी सदस्य श्री राम मंदिर निर्माण समिति अयोध्या धाम महंत दिनेन्द्र दास जी महराज के श्री चरणों में भक्तों द्वारा भावभक्ति प्रकट करते हुए व महाराज के आशीर्वचन से अभिसिंचित होते देखा जा रहा है। ऐसा ही मनोरम दृश्य छोटी छावनी,बड़ी छावनी,जानकी महल, हनुमानगढी मंदिर, दिगम्बर अखाडे में देखने को मिल रहा है।
गुरु पूर्णिमा के मौके पर देश के अलग-अलग राज्यों में कार्यक्रम के आयोजन हो रहे हैं गुरु और शिष्य की परंपरा भारत में प्राचीन काल से रही है चाहे भगवान श्री राम या भगवान श्री कृष्ण सभी ने अपने गुरु से ज्ञान ग्रहण किया ।धार्मिक ग्रंथों में इस बात का वर्णन बहुत विस्तार पूर्वक मिलता है कि गुरु निस्वार्थ भाव से अपने शिष्य को व समस्त विद्या के ज्ञान बताते हैं जिससे सर्वांगीण विकास हो सकें। उस परंपरा को आज भी जीवंत रखा गया है।
आज भी अयोध्या काशी मथुरा वृंदावन के साथ देश के अलग-अलग राज्यों में हर्षोल्लास के साथ गुरु पूर्णिमा के त्यौहार को मनाया जा रहा है क्योंकि गुरु शिष्य को ज्ञान देने की चली आ रही परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा
इस अवसर पर प्रा शिक्षक संघ के मंत्री पंकज पाण्डेय,दिलीप तिवारी,आदर्श तिवारी, चन्द्रमणि, प्रभात सिंह, सुरेन्द्र पाण्डेय, विधायक प्रतिनिधि राजेश शुक्ला,विधायक खब्बू तिवारी,जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी,पवन तिवारी, लखनऊ से चलकर पहुंचे भक्त आर०के०पाण्डेय, रामादेबी, लालमणि पाण्डेय,बिपिन,बीनू, कृष्ण कुमार पाण्डेय, रामानुज, पूजा, अंश, प्रतीक्षा पाण्डेय,प्रियंका पांडेय, आलोक पांडेय आदि मौजूद रहे।