कारगिल दिवस पर शहीदों को किया गया नमन, कारगिल युद्ध में सेना के शौर्य व पराक्रम पर हुई चर्चा

कारगिल दिवस पर शहीदों को किया गया नमन, कारगिल युद्ध में सेना के शौर्य पराक्रम पर हुई चर्चा।
By ऋषिका द्विवेदी
कारगिल की जंग में जिस तरह भारतीय सैनिकों ने अपनी वीरता से पाकिस्तानी सैनिकों को हराया था। उससे आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं और दिल में सम्मान कई गुना बढ़ जाता है।
60 दिनों तक चलने वाली यह जंग में कई भारतीय सैनिक शहीद हुए परंतु उन्होंने पाकिस्तानी सेना धूल चटा दिया राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तोलोलिंग में स्थित कारगिल स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए द्रास पहुंचे । उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में यह घोषणा करते हुए कहा की युद्ध स्मारक पर 559 दीपक जलाए जाएंगे। दिल्ली में अमर जवान ज्योति और कारगिल वॉर मेमोरियल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को फूलों के साथ श्रद्धांजलि दी और 2 मिनट का मौन भी किया|
हर वर्ष की तरह कारगिल दिवस पर कार्यक्रम हुआ करते थे इस साल Covid की वजह से कार्यक्रम सीमित रहे मगर गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया गया| वहां मौजूद सैनिक अपने आंसुओं को थाम नहीं पाए ।
कारगिल युद्ध में जिस तरह से भारतीय सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कारगिल शहीद दिवस के मौके पर शहीदों को नमन किया ।
कोविड-19 से बड़े कार्यक्रम का आयोजन किसी भी राज्य में नहीं किया गया सीमित संख्या में महानुभाव ने श्रद्धांजलि दी उत्तराखंड एक सैनिक बाहुल्य प्रदेश है कारगिल युद्ध के दौरान उत्तराखंड से भी जवान शहीद हुए थे ।
उनको भी नमन किया गया सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने भी कारगिल दिवस के मौके पर शहीदों को नमन किया ।राजधानी देहरादून में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कई पूर्व सैनिक संगठन भी शामिल रहे।