सावन के सोमवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से दूर होते हैं सभी कष्ट :मान्यता

सावन के सोमवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से दूर होते हैं सभी कष्ट :मान्यता
Byअमृता पाठक
सावन के सोमवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की काफी मान्यता है। देश के कोने कोने में शिव भक्त सोमवार के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। अपने घर परिवार देश और दुनिया के कल्याण के लिए पूजा अर्चना करते हैं।
“ कर्पूरगौरंव करुणावतारं संसार सालम भुजगेंद्रहारम्। सदा बसंतम् ह्दयारबिन्दे , भव भवानीसहितं नमामि।।“
यह मंत्र श्री विष्णु द्वारा शिव जी की प्रसंशा में कहा गया है जो कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले करुणा के अवतार है , संसार के सार है जो अपने गले मे भुजंगो का हार धारण करते है । वे भगवान शिव और माता भवानी सहित मेरे दिल मे सदैव निवास करते है ।
कितना अद्भुत उल्लेख किया गया है शिव जो कि शव यानी मृत देह से बना हुआ शब्द है। जिसका एक ही अर्थ है मोक्ष । इस संसार के सभी कार्य व लोभ से मुक्ति पाने की अंतिम क्रिया में हमारा ये शरीर आत्मा रहित बनता है । तब वह शव कहलाता है और इस शव से शिव की प्राप्ति होती है। एक वस्त्र का त्याग कर जब ऊर्जा रूपी आत्मा दूसरे वस्त्र रूपी शरीर में प्रवेश करती है तो इस दूरी को तय करने में जो हमारी मदद करते है वो मोक्षदायी भोलेनाथ हैं।
जिसका चेहरा करुना से भरा, उदार नयन और अखंड तप के साथ एक विश्वसनीय शक्ति जिसका आधा अंग स्त्री का है और जिसे अर्धनारीश्वर भी कहा जाता है। मन से भोले है वो इतने भोले की मानव सृष्टि को बचाने के लिए विष भी ग्रहण कर लिया। विष भी ग्रहण कर लिया।
कहते हैं हरि व्यापक हरि कथा अनंता भगवान विष्णु की जहां कथा अनंत है और उनके अनंत अवतार हैं उसी तरह से भगवान शंकर भक्तों के भोलेनाथ हैं जो समय समय पर अवतार लेते रहते हैं। वैसे सावन के महीने में सोमवार के दिन जो भक्त जिस श्रद्धा और भक्ति के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक करते है भगवान भोले उसकी सभी मनोकामना को पूरी करते हैं ।
सुख ,समृद्धि और शांति के लिए सावन के महीने में जहां भारी संख्या में श्रद्धालु सुबह से सोमवार के दिन जलाभिषेक करते हैं और भगवान भोले के जयकारों से मंदिर का कोना कोना गूंजता है । वही आस्था, विश्वास, भक्ति ,श्रद्धा का अद्भुत संगम सावन के हर सोमवार को देश के मंदिर में देखने को मिल जाएगा। भोले सब के कष्ट निवारक हैं ॐ नमः शिवाय का मंत्र का जाप फलदाई माना जाता है।