अपने बेटे के साथ यशपाल आर्य ने की घर वापसी, थामा कांग्रेस का हाथ

अपने बेटे के साथ यशपाल आर्य ने की घर वापसी, थामा कांग्रेस का हाथ
ब्यूरो रिपोर्ट
भाजपा सरकार परिवहन, समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने आखिरकार 5 साल के बाद भाजपा को अलविदा कह कर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है ।
दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में यशपाल आर्य ने अपने बेटे के साथ दामन थामा है। 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले यशपाल आर्य ने छोड़कर भाजपा का दामन थामा था और भाजपा के टिकट पर जीत कर आए यशपाल आर्य और को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
मगर एक बार फिर उन्होंने भाजपा का दामन छोड़कर हाथ के पंजे को अपना फिर से मुकाम बना लिया है।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आशा उत्साह देखा जा रहा है ।
कांग्रेस पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर करो या मरो की स्थिति में है क्योंकि कांग्रेस पार्टी के 2016 के बगावत का दंश आज भी झेलना पड़ रहा है।
एक तरफ कांग्रेस पार्टी में लीडरशिप की कमी चल रही है तो दूसरी तरफ 2022 के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हो रही है ऐसे में सौ सुनार की एक लोहार की कहावत चरितार्थ हुई है क्योंकि इसके पहले भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के विधायक राजकुमार को भाजपा में शामिल कराया । उसके पहले धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह ने भाजपा का दामन थामा।
हाल के दिनों में विधायक राम सिंह खेड़ा में भाजपा का दामन थाम लिया मगर एक कैबिनेट मंत्री अपने बेटे के साथ अब कांग्रेसमें वापसी की है इसे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उत्साहित हैं पार्टी का कहना है 2022 के विधानसभा चुनाव में काफी फायदा मिलेगा।
आपको बता दें कि यशपाल आर्य कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और लगातार पिछले 10 साल से मंत्री बने हुए हैं ऐसे में एक बार फिर से उन्होंने घर वापसी की है माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी इससे काफी बूस्ट अप होगी।