सैन्य धाम के निर्माण में लगातर हो रहा बदलाव पहले 1734 अब 1434 शहीदों के घरों तक हुई पहुंच

सैन्य धाम के निर्माण में लगातर हो रहा बदलाव पहले 1734 अब 1434 शहीदों के घरों तक हुई पहुंच
ब्यूरो रिपोर्ट
प्रदेश के सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि सैन्य धाम के रूप में उत्तराखण्ड का पाचवॉ धाम विकसित किया जायेगा। 15 नवम्बर 2021 से शहीद सम्मान यात्रा का प्रारम्भ स्वाड गॉव से किया गया था।
जिसका समापन कल गुनियाल गॉव में हो जायेगा। 95 ब्लॉकों के कुल 1434 शहीद परिवारों से सम्पर्क करने के बाद यहॉ पर पवित्र कलश लाया जायेगा। समारोह के दौरान देहरादून के 204 शहीद परिजनों को सम्मानित भी किया जायेगा। शहीद द्वार का नाम पूर्व सीडीएस स्वर्गीय विपिन रावत के नाम पर किया जायेगा। 50 बीघा के अन्तर्गत बनने वाले शहीद धाम को 63 करोड रूपये की लागत से 02 वर्ष के भीतर तैयार कर लिया जायेगा ।
प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक शहीदों के चित्र विवरण के साथ यहॉ पर लगाये जायेगे। शहीद धाम में अमर जवान ज्योति, थियेटर, गन, ट्रैंक इत्यादि प्रमुख आकर्षण के केन्द्र होंगे। कल शहीद सम्मान यात्रा के सम्पन होने पर विशाल जन सभा का भी आयोजन किया जायेगा, जिसमें केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहेंगे।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश ज्योति लगातार अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। जिस तरह से राजधानी देहरादून में सैन्यधाम बनाने को लेकर तैयारी चल रही है।
उम्मीद की जा रही हैं कि 2 साल में धाम बनकर तैयार हो जाएगा आपको बता दें ऐसे में 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में पांचवें धाम के तौर पर सैन्य धाम बनाने की बात कही थी।
तब से प्रदेश सरकार से धामबनाने की तैयारी कर रही है मगर अभी तक उसकी बुनियाद नहीं रखी गई 15 दिसंबर को एक बार फिर से धाम बनाने को लेकर सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें 204 शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा पूरे प्रदेश में 1434 शहीदों के आंगन की मिट्टी लाई गई गई।