मदरसातुल मसाकीन में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर गोष्ठी का आयोजन।

मदरसातुल मसाकीन में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर गोष्ठी का आयोजन।
By अकील अहमद
बहादुरगंज गाज़ीपुर। बुनकर नगरी बहादुरगंज में अल्संख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य रूप इस दिवस को मनाने के उद्देश्य और और अल्पसंख्यकों को संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों तथा केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के जन कल्याण के बारे में जानकारी दी गई।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का प्रारम्भ नाते पाक से हुआ जिसमे सद्दाम बहादुरगंजी की नात से हुआ जिसने नात का नजराना पेश करके श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। तत्पश्चात मदरसे के प्रिंसिपल ज्याउल इस्लाम ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के वक्त अल्पसंख्यकों ने जब देश का विभाजन हुआ तो अपने कौम के साथ न जाकर यहां के लोगों की कयादत में रहना स्वीकार किया परन्तु धर्म के आधार पर हुए बटवारे के बाद ही यहीं ले संस्कृति और सभ्यता तथा समाज में रहना स्वीकार किया परन्तु बहुत ही अफसोस की बात है कि जो वादा हमसे उस वक्त किया गया उसको अबतक पूरा नहीं किया गया।
वर्तमान परिवेश में इसकी स्थिति को सरलता से समझा जा सकता है और अंत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जनपद गाज़ीपुर से चलकर आए अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रभात कुमार ने कहा कि आज हम सबको अपने अधिकार और कर्तव्यों का बोध होना चाहिए इसके लिए शिक्षा परम आवश्यक है बिना शिक्षा के मानव पशु के समान हैं अतः हम सबको अपने घर परिवार तथा समाज को शिक्षित करना चाहिए जिससे की उन्हें अपने अधिकारों को लेने में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो पाए वह लोग सदैव पूज्यनीय हैं जिन्होंने अपने समाज के लिए शिक्षा मंदिर तथा मदरसे का निर्माण किया है क्योंकि इन्ही संस्थाओं में पहने वाले छात्र आगे चलकर अपने देश समाज और परिवार की भली भांति सेवा कर सकते हैं। और अंत में के संयोजक जियाउर्रहमान अंसारी ने सभी लोगों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन मौलवी खलील वारिश और अध्यक्षता मदरसे के प्रबंधक हाफिज अब्दुल गनी ने की।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों में बहादुरगंज कस्बे की चेयरपर्सन श्रीमती निकहत परवीन,जियाउर्रहमान अंसारी, मौलवी जियाउल इस्लाम, मास्टर मुन्नू, परवेज खान, हाफिज जलील, मौलवी शफीक,मौलवी शकील, मास्टर नावेद मुमताज, साजिद अली, इत्यादि लोग मौजूद थे।