पीपल महात्म्य के लेकर कार्यक्रम का हुआ आयोजन, कई पर्यावरणविद हुए शामिल

पीपल महात्म्य के लेकर कार्यक्रम का हुआ आयोजन कई पर्यावरणविद हुए शामिल
ब्यूरो रिपोर्ट
हमारी महिला टोली दिल्ली द्वारा आयोजित पीपल महात्म्य में पीपल कथा डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार , पीपल नीम तुलसी अभियान के विचारक और संस्थापक हैं उनके द्वारा उद्बोधित की गई। कार्यक्रम में सह संचालक मानिक ने हमारी महिला टोली की अध्यक्षा ज्योति डंगवाल का परिचय कराया
ज्योति डंगवाल ने टोली के द्वारा पिछले 5 वर्षों में सामाजिक एवं पर्यावरणिक क्षेत्रों में किए हमारी महिला टोली के कार्यों की जानकारी दी । टोली का निर्माण राष्ट्र स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से हुआ जिसकी जानकारी दी।
देवभूमि उद्यान कभी कूड़े का ढेर हुआ करता था आज जिस में नियमित टोली के सहयोगी 5 वर्षों से वृक्षों की सुरक्षा कर रहे हैं उनकी जानकारी दी।
टोली के संरक्षक महेंद्र मनचंदा द्वारा डॉ धर्मेंद्र को अंग वस्त्र एवम स्वास्तिक बने पीपल का पत्ता भेंट कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया।
महेंद्र मनचंदा मानसी आनंदिता ज्योति डंगवाल मानिक एवम साथियों संग धर्मेंद्र ने दीप प्रज्वलन किया इसके उपरांत देवभूमि उद्यान समिति के प्रमुख पियूष और पुरुषोत्तम द्वारा पीपल नीम और तुलसी का अर्घ्य अक्षत रोली चंदन से पूजन किया गया।
डॉ धर्मेंद्र द्वारा पीपल कथा का प्रारंभ किया गया। यह कार्यक्रम कोरोना के कारण सरकार की सभी गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए ऑनलाइन जूम मीट पर किया जिसमें स्थानीय ही नहीं बल्कि भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतों से बहुत से पर्यावरण प्रेमी जुड़े।
कथा और आरती के पश्चात टोली के संस्थापक योगेश्वर सिंह बिष्ट द्वारा जुड़े हुए सभी बंधुओं से आग्रह किया गया कि यदि आप लोगों ने अपने कोई प्रश्न पूछने हो या कुछ कहना चाहते हो तो आप प्रश्न कर सकते हैं इसी कड़ी में पंजाब से विश्नोई हिमाचल से बघेल मध्य प्रदेश से राजेश यादव बनारस से ओम प्रकाश हरियाणा से बघेल भावना भारती महरौली ने और माधव द्वारा पीपल कथा महात्मा सुनाने पर आयोजक हमारी महिला टोली एवं रचयिता एवं कथा वाचक धर्मेंद्र का धन्यवाद ज्ञापित किया
अधिकांश पीपल वृक्ष लगाने का संकल्प भी लिया माधव ने कहा कि वह इस वर्ष 501 वृक्ष लगाएंगे और हमारी महिला टोली को यथा योग्य सहयोग करेंगे जब भी वृक्ष की आवश्यकता होगी वह वृक्ष उपलब्ध भी कराएंगे कार्यक्रम के अंत में टोली के संरक्षक महेंद्र मनचंदा अध्यक्षा ज्योति डंगवाल जी व डॉ धर्मेंद्र ने जुड़े सभी लोगों का धन्यवाद किया एवं वर्ष में 5 वृक्ष लगाने का आग्रह भी किया।