लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आशीष मिश्रा को HC से मिली जमानत

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आशीष मिश्रा को HC से मिली जमानत
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से 70 किमी दूर तिकोनिया इलाके में 3 अक्टूबर को दोपहर करीब तीन बजे हिंसा मामलें में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है।
चुनावी माहौल में आशीष मिश्रा को जमानत मिलने पर अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या इससे किसी पार्टी को कोई फायदा होगा। तिकोनिया निघासन विधानसभा क्षेत्र में पिछले साल तीन अक्टूबर को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए थे। इस मामले में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष को मुख्य अभियुक्त के तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
मामले में SIT ने चार्जशीट फाइल की थी। 5000 पन्नों की इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपी बनाया गया । आशीष मिश्रा समेत कुल 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
पिछले साल 3 अक्टूबर को आशीष मिश्रा के समर्थकों और किसानों के बीच संघर्ष के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी। विवेचक ने आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों को हत्या का आरोपी बनाया है। चार्जशीट के मुताबिक सोची समझी साजिश के तहत धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप और SUV से कुचला गया था।
जांच में एसआईटी को 17 वैज्ञानिक साक्ष्य, सात भौतिक साक्ष्य और 24 वीडियो फोटो ऐसे मिले। इसके अलावा 208 लोगों ने गवाही ली। इसी आधार पर एसआईटी ने अपनी चार्जशीट लिखी है। गवाहों ने एसआईटी को बताया कि मंत्री का बेटा आशीष घटनास्थल पर मौजूद था। आशीष मिश्रा और उसके साथियों के खिलाफ किसानों की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर रमन कश्यप की लखीमपुर खीरी हिंसा में मौत हो गई थी. असल में कथित तौर पर बीजेपी के सांसद और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे ने चार किसानों को अपनी कार से रौंद दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी।। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने कई वाहनों में आग लगा दी और चार लोगों को पीट पीट कर मार दिया। जिसमें रमन कश्यप भी शामिल थे। किसानों ने एक ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की भी पीट पीट कर हत्या कर दी थी।
By Amit Yadav