महान रणनीतिकार छत्रपति शिवाजी महराज की मनाई गयी जयंती

महान रणनीतिकार छत्रपति शिवाजी महराज की मनाई गयी जयंती
Pradeep Shukla
मुजेहना, गोंडा
भारत के महान राजा एवं रणनीतिकार छत्रपति शिवाजी महराज की जयंती मनाई गयी।
जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम उदार वर्मा के लखनीपुर स्थित प्लांट पर आयोजित की गयी, कार्यक्रम में राम उदार वर्मा ने शिवाजी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, 1674 ई. में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी।
इसके लिए उन्हें मुगल साम्राज्य के शासक औरंगजेब से भीषण संघर्ष करना पड़ा था, औरंगजेब के साम्राज्य का खात्मा करने के बाद रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ उसके बाद वह छत्रपति बने, उन्होंने ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों कि सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान, उन्होंने समर विद्या में अनेक नवाचार किये तथा छापामार युद्ध की नयी शैली विकसित कर प्राचीन राजनितिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचार को पुनर्जीवित कर इतिहास में अपना अमिट छाप अंकित कर प्रेरणा के स्रोत बनने के साथ हिन्दू धर्म के लिए पूज्यनीय बन गए,।
19 फ़रवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग में उनका जन्म हुआ था, जन्म दिवस के इस समारोह में प्रमुख रूप से चिंता राम वर्मा , विकास वर्मा, कृष्ण देव वर्मा, चंदर बाबा, राम भवन वर्मा , संतोष दूबे, राहुल दूबे, राधेश्याम वर्मा, आज्ञा राम जी, दयाराम वर्मा इत्यादि लोग शामिल हुए। छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती को धूमधाम के साथ मनाया गया और छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया जिस तरह के युद्ध कौशल के साथ में उन्होंने अपने साम्राज्य के दौरान अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था और आक्रमणकारियों का मुकाबला किया था उन तमाम परिस्थितियों पर चर्चा की गई क्योंकि उस समय अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग राजा शासन करते थे और उनकी अपनी परिस्थितियां दी जिसके मुताबिक एक राज्य नहीं हो पा रहा था ऐसे में छत्रपति शिवाजी ने जिस अदम्य साहस कौशल जाकर का परिचय दिया वह इतिहास के पन्नों में दर्ज है।