पर्यावरण संवर्धन संरक्षण के लिए निकाली छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली

पर्यावरण संवर्धन संरक्षण के लिए निकाली छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली
By अकील अहमद गाजीपुर
देवली गाजीपुर। गोपीनाथ पीजी कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन महाविद्यालय में सफाई अभियान चलाया। दूूसरे चरण में स्वयंसेविकाओं ने पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता रैली निकालकर पर्यावरण को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया।
बृहस्पतिवार को गोपीनाथ पीजी कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर में तीसरे दिन कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अंजना तिवारी द्वारा राष्ट्रीय गान व राष्ट्रीय सेवा योजना गीत के साथ किया गया।
विशिष्ठ अतिथि के रुप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवली के चिकित्सक डॉ.सुरेंद्र चौलान द्वारा कम्यूनिकेशन स्किल पर विशेष विचार प्रकट किए। दूसरे चरण में स्वयंसेविकाओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। जिसमें स्वयंसेवकों ने पर्यावरण संरक्षण से संबधित नारों, पोस्टरों की सहायता से लोगों को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने व संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर डॉ. वेदप्रकाश तिवारी, राजकुमार यादव, लाल बाबू, सईदुज़्ज़फर, मुनव्वर अली, श्रवण मिश्रा आदि मौजूद रहे।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संवर्धन संरक्षण के लिए लगातार जागरूकता अभियान चल रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से पर्यावरण संरक्षण के लिए अपील कर रहे हैं।
जिसमें स्वच्छता अभियान भी शामिल है एक रिपोर्ट के मुताबिक प्लास्टिक कचरे से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है यही वजह है कि केंद्र और राज्य सरकारें पॉलीथिन के इस्तेमाल को कम करने की दिशा में कदम उठा रही है ।
आम लोगों से भी अपील किया जाता किया जा रहा है पदम श्री से पुरस्कृत पर्यावरणविद अनिल प्रकाश जोशी का कहना है इलेक्ट्रॉनिक कचरा भी आने वाले दिनों में एक बहुत बड़ी समस्या बनने वाला है इस दिशा में राज्य सरकारों को ठोस रणनीति बनानी होगी ।
उनका कहना है कि पर्यावरण का संवर्धन तभी संभव है जब ताल तलैया नदी नाले और वाटर हार्वेस्टिंग वाटर रिसोर्सेज को साफ रखा जाएग जल ही जीवन है इस मिशन को कामयाब बनाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाना उनका समर्थन करना जरूरी है।
उनका कहना है कि हमें यह सोचना चाहिए कि हमें अपने बचपन में किस तरह का प्राकृतिक वातावरण मिला था। किस तरह का प्राकृतिक वातावरण हम आने वाली पीढ़ियों को सौंप रहे हैं।