राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” नोबेल विजेता सीवी रमन के जीवन दर्शन पर हुई चर्चा , विज्ञान प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

“राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” नोबेल विजेता सीवी रमन के जीवन दर्शन पर हुई चर्चा , विज्ञान प्रतियोगिता का किया गया आयोजन
By सोहन सिंह चमोली
“राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” के शुभ अवसर पर रा0इ0का0 गौणा, दशोली(चमोली) में भारत के महान भौतिक शास्त्री एवं भौतिकी के क्षेत्र में प्रथम नोबल पुरस्कार विजेता “प्रो0 सी0 वी0 रमन जी” को याद किया। कार्यक्रम का आगाज दीप-प्रज्ज्वलन कार्यक्रम के साथ हुआ। तत्पश्चयात सरस्वती वंदना का आयोजन किया गया।
इस मौके पर रमन के योगदान उनके आविष्कार जीवन दर्शन के बारे में चर्चा की गई छात्र छात्राओं को प्रोफेसर सीवी रमन के विज्ञान में योगदान को लेकर चर्चा की गई क्योंकि जिस तरह से उन्होंने विज्ञान में योगदान दिया था इसीलिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इस तरह से छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कई शिक्षकों ने उनके योगदान व जीवन दर्शन के बारे में चर्चा की इस मौके पर सभी छात्र छात्राओं ने प्रो. रमन के जीवन के बारे में जानकारियां हासिल की। कार्यक्रम में आगे भाषण, कविता, विज्ञान-गीत, पोस्टर, मॉडल तथा क्विज प्रतियोगिताएँ आयोजित की गयी।
पोस्टर प्रतियोगिता में:
प्रथम स्थान- याचना व तीरथ।
द्वितीय स्थान- सागर, सचिन व हैप्पी।
तृतीय स्थान- दिव्यांशु व सुनील ने प्राप्त किया।
मॉडल प्रतियोगिता में-
प्रथम स्थान- दिया।
द्वितीय स्थान- सपना व प्रिया ।
तृतीय स्थान- सागर व प्रियांशु ने प्राप्त किया।
क्विज प्रतियोगिता में:-
प्रथम स्थान- वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली सदन।
द्वितीय स्थान- गौरा देवी व श्रीदेव सुमन सदन।
तृतीय स्थान- तीलू रौतेली सदन ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम के आकर्षण का बिंदु “विज्ञान बनाम अन्धविश्वास” नाटक रहा। जिसमें नवीन और साथियों ने समाज से रूढ़िवादिता को हटाकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।
इस सुअवसर पर विज्ञान शिक्षक “आशाराम भगत” और शिक्षिका “आशु डिमरी” ने अपने विचारों को साझा किया तथा ” सी0 वी0 रमन” को उनके विज्ञान के क्षेत्र में किये गए अमूल्य योगदान के लिए याद किया।
गणित अध्यापक” प्रभात रावत ” ने पूरे कार्यक्रम में मंच का संचालन किया तथा विज्ञान के व्यवहारिक पहलुओं से सभी को परिचित करवाकर “प्रकाश का प्रकीर्णन” और “रमन प्रभाव” के बारे में रोचक जानकारियों से अवगत करवाया।
कार्यक्रम का समापन प्रधानाचार्य ” सुरजीत सिंह बिष्ट” के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मीना नौटियाल, आशु डिमरी, कुसुम पंवार, ममता नेगी, निरंजन राय, विक्रम सिंह नेगी, बलवंत बिष्ट, सपना बिष्ट, आशाराम भगत, यूनुष अंसारी, प्रभात रावत आदि शिक्षक मौजूद रहे।