अयोध्या के डीएम के आवास के केसरिया रंग के बोर्ड को बदलकर किया गया हरा ,क्या यूपी में बदल रही सत्ता

अयोध्या के डीएम के आवास के केसरिया रंग के बोर्ड को बदलकर किया गया हरा ,क्या यूपी में बदल रही सत्ता
DM ayodhya changed his residence board
अयोध्या
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के अभी आखिरी चरण का मतदान होना बाकी है मगर सत्ता परिवर्तन की आहट से सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई है।
वहीं अयोध्या के डीएम के आवास के बोर्ड का रंग भगवा से हरा हो गया है जिसको लेकर चर्चा चल रही है क्या उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार आ रही है जिस तरह से आनन-फानन में भगवा के बोर्ड वाले के बोर्ड को हरा रंग कर दिया गया है ऐसे में क्या प्रशासनिक अधिकारियों ने यह मान लिया है कि प्रदेश में सपा की सरकार आ रही है ।
अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने भगवा रंग के बोर्ड को उतरवाकर हरा रंग के बोर्ड को लगा दिया है जबकि सातवें चरण का मतदान अभी बाकी है 10 मार्च को विधानसभा के नतीजे घोषित होंगे नतीजों से यह पता चलेगा कि आखिर प्रदेश में किस पार्टी की सरकार आ रही है।
मगर जिस तरह से अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने अपने आवास के बोर्ड को हटाया है उसको लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है सबसे महत्वपूर्ण सवाल यही है कि सत्ता के बदलते ही अधिकारियों के मिजाज में भी बदलाव देखने को मिल रहा है।
यूपी में योगी सरकार के गठन के बाद डीएम के आवास का रंग भगवा हुआ था और अब सियासत के बदलाव की आहट को भांपते हुए डीएम ने अपने बोर्ड का रंग हरा करा दिया है ।
इस तरह से अधिकारियों की बेचैनी यह बता रही है कि अधिकारी किस तरह से सत्ता परिवर्तन की लहर को देख रहे हैं क्या ऐसे प्रशासनिक अधिकारी सियासत के मौसम वैज्ञानिक बने हुए हैं ।
आपको बता दें कि अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार के आवास का पुनर्निर्माण चल रहा है और डीएम खुद डाक बंगले में रहते हैं ऐसे में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आवास का पुनर्निर्माण करा रहे हैं बताया जा रहा है कि जब डीएम के आवास के बोर्ड को केसरिया से हरा रंग किया गया इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को भी लगी और हड़कंप मच गया डीएम अयोध्या नीतीश कुमार से जब मीडिया ने इस बारे में बात की तो उन्होंने इसके बारे में अनभिज्ञता बताई।
फिलहाल उनका कहना है कि आवास का पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है वह खुद डाक बंगले में रहते हैं वही पीडब्ल्यूडी का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के नीति के मुताबिक हरे रंग की पट्टिका पर सूचना लिखी जा रही है ऐसे में उसी के तहत यह फैसला किया गया है।
राजनीतिक समीक्षक भी मानते हैं कि अधिकारियों का रूख सत्ता बदलाव के बयार को समझ रहा है और यही वजह है कि अधिकारी अब अपने सत्ता बदलाव के रंग को भांप रहे हैं।
फिलहाल 10 मार्च को तस्वीर साफ होगी उत्तर प्रदेश में किस दल की सरकार बनती है मगर मतदान और मतगणना के पहले ही सत्ता के बदलाव की आहट को समझने वाले अधिकारियों को सियासत का मौसम वैज्ञानिक माना जा रहा है ।
ऐसे में देखना होगा कि क्या वाकई प्रदेश में बदलाव सत्ता बदलाव होने जा रहा है क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाई थी और 325 सीट भाजपा ने हासिल किया था जबकि सपा 47 सीट पर बसपा 19 सीट पर लुढ़क गई थी ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर क्या होगी इसके लिए अभी कुछ दिनों का इंतजार करना बाकी है।
Byपंकज पांडे साउथ एशिया 24 ×7 अयोध्या