उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? कौन कौन शामिल है मुख्यमंत्री की रेस में

उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? कौन कौन शामिल है मुख्यमंत्री की रेस में
ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा विधानसभा क्षेत्र से हारने के बाद उत्तराखंड में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा क्षेत्र से 6579 वोटों से चुनाव हार गए हैं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने उन्हें शिकस्त दी है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव हारने के साथ ही उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है ।
फिलहाल मुख्यमंत्री की रेस में सतपाल महाराज, मदन कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, गणेश जोशी और धन सिंह रावत शामिल बताए जा रहे हैं इसी तरह से पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का भी नाम शामिल है भाजपा की विधानमंडल दल की बैठक होने जा रही है जिसमें यह तय किया जाएगा कि आखिर प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री भाजपा किसे बनाने जा रही है?
कई तरह के तर्क भी लगाए जा रहे हैं भाजपा राजनीतिक नफा नुकसान को लेकर भी विचार मंथन कर रही है कि आखिर किसे मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी की जाए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा में जिस तरह से करारी हार का सामना किया है ऐसे में भाजपा में नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है।
मगर सांसद या राज्यसभा सांसद पर भाजपा दांव खेलने की जगह किसी विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाना वाजिब मान रही है राजनीतिक सूत्रों का यह भी कहना है कि पुष्कर सिंह धामी को ही मुख्यमंत्री की कमान मिल सकती है इस बात पर भी विचार मंथन पार्टी के कुछ सीनियर पदाधिकारी कर रहे हैं पुष्कर सिंह धामी को किसी और विधानसभा से चुनाव लड़ाया जाए और मगर देखना होगा कुमाऊं में किस विधानसभा का विधायक अपनी सीट पुष्कर सिंह धामी के लिए छोड़ता है। क्या ऐसा संभव होगा की पुष्कर सिंह धामी किसी और विधानसभा से उपचुनाव के जरिए विधायक बनकर आते हैं ?
यह सर्वविदित है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 महीने में जिस तरह से काम किया है उनकी स्वीकार्यता प्रदेश में बढ़ी है और भाजपा को जिताने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है इसे इत्तेफाक कहेंगे कि वह अपनी विधानसभा से चुनाव नहीं जीत पाये। फिलहाल पार्टी इस बात पर विचार मंथन कर रही है आखिर उनकी हार की मुख्य वजह क्या है ?
नवनिर्वाचित विधायको में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है फिलहाल यह चर्चाएं हैं अंतिम फैसला विधानमंडल दल की बैठक में होगा।