सत्कर्म से श्रेष्ठ परिणाम की होती है प्राप्ति : संत योगी आनंद महाराज

सत्कर्म से श्रेष्ठ परिणाम की होती है प्राप्ति : संत योगी आनंद महाराज
अकील अहमद
बहादुरगंज गाज़ीपुर। नगर के मां चंडी धाम परिसर में श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान गंगा का प्रवचन अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठित संत योगी आनंद महाराज ने आज विधिवत रूप से भागवत गीता के विचारों का व्याख्यान करते हुए पंडाल में उपस्थित समस्त श्रद्धालु भक्त भक्तों से कहा कि जीवन में व्यक्ति को हमेशा गलत कार्यों का त्याग करना चाहिए,
आध्यात्मिक की तरफ ध्यान लगाते हुए अपने जीवन में बदलाव ले आना चाहिए, उन्होंने कहा कि इस धरा धाम में मनुष्य को अध्यात्म के प्रति लगा व होना चाहिए तथा मन में अच्छे विचार को रखते हुए समाज के लोगों को भी सही रास्ते पर ले चलने का कार्य करना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने ने कहा कि आज कि स्थिति बहुत दयनीय हो गई है कि लोग मोह के प्रति ज्यादा झुकाव कर रहे हैं जबकि सभी को अपने कार्यों में से समय निकालकर ईश्वर के प्रति ध्यान लगाना चाहिए।
जिससे कि लोगों का मानसिक विकास हो सके, मां चंडी धाम के इस पावन परिसर में जो अध्यात्म की गंगा बह रही है इसका लाभ लोगों को लेना चाहिए तथा अपने जीवन में सच्चे मार्ग पर चलते हुए जीवन व्यतीत करना चाहिए आपने कहा कि जो भी व्यक्ति ईश्वर के प्रति आस्था रखता है तथा अपने कीमती समय से कुछ समय निकालकर भागवत भजन में लीन रहता है।
उसकी सभी मनोकामनाएं देवी देवताओं की कृपा से पूर्ण होता है और वह व्यक्ति जीवन में सफल होता है आपने कहा कि व्यक्ति के विचार अच्छे हो छोटे बड़ों का सम्मान हो धर्म के सही रास्ते पर चलने का झुका व हो तो वो व्यक्ति सफल साबित हो सकता है ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम योगी आनंद जी महाराज के आगमन पर माल्यार्पण एवं फूल मालाओं से स्वागत किया गया तत्पश्चात मंच पर विधिवत रूप से आरती प्रस्तुत किया गया।
इस स्वागत समारोह में छपरा विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर हरिकेश सिंह, शिक्षक यशवंत सिंह, श्याम बिहारी वर्मा, गिरीशचंद उर्फ़ निरंजन शर्मा, बृजलाल शर्मा,अजय सेठ, कौशल त्रिपाठी, सुधीर मिश्रा, चंदन गुप्ता, मनीष वर्मा इत्यादि लोगों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।