मुख्यमंत्री हो तो योगी आदित्यनाथ जैसा,एम्बुलेंस के लिए योगी ने तोड़ा प्रोटोकॉल

मुख्यमंत्री हो तो योगी आदित्यनाथ जैसा,एम्बुलेंस के लिए योगी ने तोड़ा प्रोटोकॉल
ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 कालिदास मार्ग से भाजपा प्रदेश मुख्यालय के लिए जा रहे थे उसी वक्त रास्ते में एक एंबुलेंस खड़ी थी क्योंकि मुख्यमंत्री का काफिला वहां से गुजर रहा था जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर एंबुलेंस पर पड़ी उन्होंने तत्काल अपनी फ्लीट को रोकने का आदेश दिया और पहले एंबुलेंस को आगे जाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री के अचानक आदेश से अधिकारी भी सकते में आ गए मगर मुख्यमंत्री ने जिस तरह से मानवीय चेहरा दिखाते हुए एंबुलेंस को अपनी फ्लीट से आगे जाने के लिए आदेश किया यह मानवीय चेहरा तो था ही और अधिकारी भी कुछ नहीं कर सकते थे क्योंकि यह मुख्यमंत्री का आदेश था।
इससे वहां मौजूद लोग भी अचंभित रह गई लोगों ने कहा मुख्यमंत्री हो तो योगी आदित्यनाथ के जैसा हो
आपको बता दें कि शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा प्रदेश कार्यालय में जिला पंचायत सदस्य और बीजेपी सदस्यों के साथ वर्चुअल संवाद करना था। उस वक्त अपने सरकारी आवास से भाजपा प्रदेश कार्यालय के लिए मुख्यमंत्री का काफिला जा रहा था मगर जिस तरह से काफिला जाने की वजह से अधिकारियों ने ट्रैफिक को रोका था उसमें एक ट्रैफिक को रोका था।
उसमें एक एंबुलेंस भी खड़ी थी एंबुलेंस की साइरन बज रहा था सभी चाह रहे थे कि एंबुलेंस को पहले निकालना देना चाहिए मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से अपने काफिले को रोककर एंबुलेंस को जाने के लिए कहा किससे अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली। क्योंकि यह मुख्यमंत्री का आदेश था इस तरह से भारतीय राजनीति में बहुत कम मिसाल देखने को मिलती है मगर योगी आदित्यनाथ हर संभव आम लोगों के साथ जुड़े रहने का संदेश देते हैं।
जिस तरह से उन्होंने एंबुलेंस को अपने फ्लीट के आगे जाने के लिए आदेश किया ऐसे में सभी लोग मुख्यमंत्री के इस पहल की तारीफ कर रहे हैं । एक संदेश भी दे रहे हैं कि एंबुलेंस को हमेशा प्राथमिकता के साथ आम लोग भी ट्रैफिक में सहयोग करें।