CM पुष्कर सिंह धामी चंपावत से लड़ेंगे विधानसभा का उपचुनाव, औपचारिक ऐलान बाकी

CM पुष्कर सिंह धामी चंपावत से लड़ेंगे विधानसभा का उपचुनाव, औपचारिक ऐलान बाकी
ब्यूरो रिपोर्ट
Chief minister Pushkar Singh Dhami will contest by election from Champawat constituency now officially declaration is awaited.
पुष्कर सिंह धामी चंपावत से उपचुनाव लड़ेंगे आधिकारिक ऐलान बाकी हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत से उप चुनाव लड़ेंगे आधिकारिक ऐलान होना बाकी है चंपावत विधानसभा क्षेत्र के भाजपा की विधायक कैलाश गहतोड़ी अपना इस्तीफा पार्टी संगठन को सौंप चुके हैं।
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी से मिलकर संवैधानिक तौर पर अपना त्यागपत्र आज दे सकते हैं फिलहाल यह साफ हो चुका है कि अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत विधानसभा क्षेत्र से अपना उप चुनाव लड़ेंगे औपचारिकताएं बाकी है ।
आज सभी औपचारिकताओं को पूरा करने का दावा किया जा रहा है आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज चंपावत में जहां पूजा अर्चना करने के उपरांत दोपहर बाद देहरादून लौटने का कार्यक्रम है ।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के बागडोर संभालने के बाद पहली बार चंपावत विधानसभा क्षेत्र का ही दौरा किया था लगातार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत का भ्रमण कर रहे हैं ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उपचुनाव चंपावत से लड़ने की तस्वीर साफ हो चुकी है औपचारिक ऐलान होना बाकी है ।
आपको बता दें कि संवैधानिक बाध्यता के मुताबिक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6 महीने के भीतर विधायक का चुनाव जीतना जरूरी है ऐसे में उन्होंने चंपावत विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला किया है कैलाश गहतोड़ी चंपावत विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार के विधायक है।
मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल वहां से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और एक बार उनको फिर कांग्रेस पार्टी चुनावी मैदान में उतार सकती है।
मगर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि जल्द ही सारी तस्वीर साफ हो जाएगी आपको बता दें कि भाजपा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उप चुनाव लड़ने को लेकर तैयारी कर रही है और ऐसे में पार्टी उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी भी देने वाली है फिलहाल भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी का राजनीतिक भविष्य क्या होगा इसको लेकर भी चर्चाएं चल रही है कैलाश को पार्टी संगठन में भी जिम्मेदारी दी जा सकती है कैबिनेट स्तर का दर्जा धारी राज्य मंत्री भी बनाया जा सकता है।