अतिक्रमण की आड़ में गरीबों उजड़ गया आशियाना चाय पकौड़ी की दुकानें भी कर दी गई जमीदोंज

अतिक्रमण की आड़ में गरीबों उजड़ गया आशियाना
चाय पकौड़ी की दुकानें भी कर दी गई ध्वस्त
अकील अहमद
बहादुरगंज गाज़ीपुर
।सीएम योगी आदित्यनाथ का फरमान एक तरफ जहां अतिक्रमणकारियों पर कहर बनकर टूट रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मजदूर लोगों की दुकानों पर भी बुलडोजर बेखौफ चल रहा है जिससे आम जनमानस में भय का माहौल व्याप्त है।
लोगों की इस पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही है कोई इसे जनहित में बता रहा है तो कोई इसको बाजार व्यवस्था को चौपट करने की बात करके इंस्पेक्टर राज की आमद बता रहा है।
इसी क्रम में आज बहादुरगंज नगर पंचायत में उप जिलाधिकारी कासिमाबाद कमलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पूरे नगर में जमकर के अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा हैं
इस अभियान पहले दिन से ही लोगों ने अपनी-अपनी दुकानों से अतिक्रमण हटाने की शुरुआत कर दी थी साथ ही साथ नगर पंचायत के कर्मचारियों ने भी इस अतिक्रमण हटाओ अभियान में अपनी महती भूमिका निभाई है । आज सुबह बस स्टैंड बहादुरगंज, चंडिका स्थान, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ईदगाह, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, नई सब्जी, मंडी दक्षिण मोहल्ला, पुरानी सब्जी मंडी में अतिक्रमण अभियान चलाया गया तथा दुकानदारों और रेहड़ी पटरी वालों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर यथाशीघ्र उन्हें अपने अपने हद में रह कर अपनी दुकानों को लगाने का दिशा निर्देश दिया गया
वहीं दूसरी तरफ रेहड़ी पटरी दुकानदारों और व्यापारियों ने शासन प्रशासन से मोटरसाइकिल पार्किंग सब्जी मंडी के लिए नए स्थान का चयन तथा कार्रवाई में ढील देने की मांग की है जिससे कि लोगों के अंदर से भय दूर हो सके।
एसडीएम कासिमाबाद कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार पूरे उत्तर प्रदेश में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है और इसी क्रम में बहादुरगंज में भी यह अभियान चलाया जा रहा है इसके लिए बाकायदा 1 सप्ताह पूर्व अलाउंस और डुगडुगी के माध्यम से इसकी सूचना आम जनता तक सूचना पहुंचा दी गई थी।
जिसका की अधिकांश लोगों ने पालन किया मगर बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो अतिक्रमण हटाने में आनाकानी करते रहे जिससे कि प्रशासन को मजबूरन उनके विरुद्ध कार्रवाई करनी पड़ रही है सबसे बड़ा सवाल गरीबों मजलूम दबे कुचले लोगों का है जो 2 जून की रोटी के लिए दिनभर मशक्कत करते हैं।
अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं अब देखना दिलचस्प है कि यह कार्रवाई जनहित में कितनी सफल साबित होती है। हालांकि व्यापारी वर्ग डरा हुआ है और भाजपा सरकार की इस करवाई को बर्बरता पूर्ण कार्रवाई बता रहा है और भाजपा को वोट देकर अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है तथा वह अपने रोजगार को लेकर बेहद परेशान हैं ।
इस प्रकार की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के बिल्कुल खिलाफ़ है उसका साफ कहना है कि बहादुरगंज कस्बे में एक ज़माने से दूर दराज के लगभग 32 36 गांवों के लोग अपनी बाजार करने एक ज़माने से बहादुरगंज कस्बे में आते हैं और अपनी आवश्यकता की चीजें खरीदते हैं और अपने गंतव्य को रवाना हो जाते हैं बहादुरगंज कस्बा एक अरसे से अपनी बाजार व्यवस्था के लिए जाना जा रहा है
आवश्यकता की सभी वस्तुएं उपलब्ध कराता आ रहा है मगर इन दिनों लगन के कारण बाजारों में भयंकर भीड़ देखने को मिल रही थी और जैसे ही सरकार का फरमान जारी हुआ प्रशासन ने भी अविलंब ताबड़तोड़ करवाई करके आमजन को सोचने पर मजबूर कर दिया उसका कहना था कि अगर शासन प्रशासन को अभियान चलाना ही था तो सबसे पहले उन्हें आवश्यक विकल्प उपलब्ध करानी चाहिए थे जिससे कि आम जनमानस को क्षति नहीं पहुंची परंतु यहां पर तो मामला ही उल्टा है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था के अभियान शुरू कर दिया गया है जिससे की व्यापारियों को अपनी बाजार व्यवस्था चरमरा जाने का भय बना हुआ है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कासिमाबाद उप जिलाधिकारी कासिमाबाद कमलेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी कासिमाबाद विजय आनंद शाही, कोतवाल कासिमाबाद देवेंद्र सिंह यादव, एसआई अवनीश कुमार पांडे, आफताब खान दीवान अपने हमराहियों के साथ इस अभियान में तत्पर देखे गए।